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जांच में सही पाई गई वन सरपंच चुनाव प्रक्रिया, गैर नगुन गांव में हुई बैठक - forest sarpanch election process was found correct in the investigation In Gair Nagun village

गैर नगुन में हुए वन सरपंच चुनाव प्रक्रिया को जांच में सही पाया गया है. इसे लेकर सोशल मीडिया पर अफवाह उड़ाई जा रही थी. साथ ही मामले में पटवारी पर भी आरोप लग रहे थे.

forest sarpanch election process was found correct in the investigation
जांच में सही पाई गई वन सरपंच चुनाव प्रक्रिया
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Published : Aug 8, 2022, 9:07 PM IST

धनौल्टी: बीते 2 अगस्त को विकासखण्ड थौलधार के गैर नगुन में हुए वन सरपंच चुनाव में सोशल मीडिया में वायरल अनियमितता एवं पैसे देकर सरपंच बनाये जाने के आरोप जांच में गलत पाये गये हैं. मामले को लेकर राजस्व कानूनगो प्रताप सिह भंडारी ने राजस्व विभाग की टीम के साथ गांव पहुंचकर ग्रामीणों के साथ बातचीत कर जांच की. जिसमें महिला, पुरूषों के अलावा वार्ड सदस्य, उपप्रधान व काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे.

बैठक में टीम ने बीते 2 अगस्त को हुए वन संरपंच चुनाव प्रक्रिया को सही और निष्पक्ष बताया गया. उन्होंने कहा वन सरपंच का चुनाव ग्रामीणों की सहमति से ही सम्पन्न हुआ है. सोशल मीडिया पर वन सरपंच चुनाव में राजस्व उपनिरीक्षक रविन्द्र कौशल पर लगे मनमानी एवं पैसे लेकर सरपंच बनाये जाने के आरोप निराधार हैं.

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वहीं, शिकायतकर्ता जयेन्द्र पडियार ने कहा उन्हें वन सरपंच के चुने जाने को लेकर कोई आपत्ति नहीं है. वे भी चुने हुए वन संरपंच का समर्थन करते हैं, लेकिन राजस्व उपनिरीक्षक के द्वारा उनसे फोन पर वन सरपंच चुने जाने की प्रक्रिया की जानकारी मांगे जाने पर गलत बयानबाजी की गई. जिसकी शिकायत वे उच्चाधिकारियों से करेंगे. जांच को लेकर उन्होंने कहा जांच के दौरान जिससे सम्बंधित जांच हैं, उन्हे साथ में नहीं होना चाहिए था.

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मामले में जांच अधिकारी राजस्व कानूनगो प्रताप सिह भंडारी ने बताया वन सरपंच चुनाव मे धांधली को लेकर गांव जाकर बैठक की गई. जिसमें सभी ने चुनाव प्रक्रिया को सही बताया. पटवारी पर लगे आरोपों को भी निरधार बताया गया है.

धनौल्टी: बीते 2 अगस्त को विकासखण्ड थौलधार के गैर नगुन में हुए वन सरपंच चुनाव में सोशल मीडिया में वायरल अनियमितता एवं पैसे देकर सरपंच बनाये जाने के आरोप जांच में गलत पाये गये हैं. मामले को लेकर राजस्व कानूनगो प्रताप सिह भंडारी ने राजस्व विभाग की टीम के साथ गांव पहुंचकर ग्रामीणों के साथ बातचीत कर जांच की. जिसमें महिला, पुरूषों के अलावा वार्ड सदस्य, उपप्रधान व काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे.

बैठक में टीम ने बीते 2 अगस्त को हुए वन संरपंच चुनाव प्रक्रिया को सही और निष्पक्ष बताया गया. उन्होंने कहा वन सरपंच का चुनाव ग्रामीणों की सहमति से ही सम्पन्न हुआ है. सोशल मीडिया पर वन सरपंच चुनाव में राजस्व उपनिरीक्षक रविन्द्र कौशल पर लगे मनमानी एवं पैसे लेकर सरपंच बनाये जाने के आरोप निराधार हैं.

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वहीं, शिकायतकर्ता जयेन्द्र पडियार ने कहा उन्हें वन सरपंच के चुने जाने को लेकर कोई आपत्ति नहीं है. वे भी चुने हुए वन संरपंच का समर्थन करते हैं, लेकिन राजस्व उपनिरीक्षक के द्वारा उनसे फोन पर वन सरपंच चुने जाने की प्रक्रिया की जानकारी मांगे जाने पर गलत बयानबाजी की गई. जिसकी शिकायत वे उच्चाधिकारियों से करेंगे. जांच को लेकर उन्होंने कहा जांच के दौरान जिससे सम्बंधित जांच हैं, उन्हे साथ में नहीं होना चाहिए था.

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मामले में जांच अधिकारी राजस्व कानूनगो प्रताप सिह भंडारी ने बताया वन सरपंच चुनाव मे धांधली को लेकर गांव जाकर बैठक की गई. जिसमें सभी ने चुनाव प्रक्रिया को सही बताया. पटवारी पर लगे आरोपों को भी निरधार बताया गया है.

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