रुद्रप्रयाग: दो दिवसीय चैमासी-केदारनाथ पैदल ट्रैकिंग दल को केदारनाथ विधायक मनोज रावत और आईजी गढ़वाल अभिनव कुमार ने हरी झंडी दिखाकर केदारनाथ धाम के लिये गुप्तकाशी से रवाना किया. यह दल पहले दिन रविवार रात को अंतिम गांव चैमासी में रूकेगा. सोमवार सुबह को ट्रैकिंग दल खाम बुग्याल होते हुए केदारनाथ पहुंचेगा. मंगलवार को इसी पैदल ट्रैक से दल वापस लौटेगा.
ट्रैकिंग दल में 15 से 20 स्थानीय युवक, चार एसडीआरएफ के जवान और दो वन विभाग के कर्मचारी शामिल हैं. दरअसल 2013 की केदारनाथ आपदा के समय केदारनाथ-चैमासी पैदल ट्रैक काफी लाभदायक सिद्ध हुआ था. हजारों यात्री जान बचाने के लिये इस पैदल ट्रैक का इस्तेमाल किया था. पहले भी इस पैदल ट्रैक से ट्रैकिंग की गई थी.
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इस दौरान आईजी गढ़वाल अभिनव कुमार ने कहा कि रोजगार की दिशा में यह सराहनीय कदम है. 2013 की आपदा ने काफी नुकसान हुआ था. क्योंकि यात्रियों को पैदल ट्रैक का पता नहीं था. यदि यहां के पैदल ट्रैकों के बारे में जानकारी होती तो इसका लाभ मिलता और हजारों लोगों को बचाया जा सकता था. इस प्रकार के पैदल ट्रैकों पर यह कार्य होने चाहिये, जिससे सभी को इन पैदल ट्रैकों के बारे में जानकारी मिल सके.
केदारनाथ विधायक मनोज रावत ने कहा कि कोरोना वायरस के कारण यहां के हजारों लोग बेरोजगार हुए हैं. इस पैदल ट्रैक पर रोजगार के अनेक अवसर हैं. रोजगार को तलाशते हुये इस पैदल ट्रैक को विकसित करने के प्रयास किये जा रहे हैं. पहले भी इस ट्रैक से यात्रा करवायी गई थी, जो भी कमियां इस ट्रैक में मिलेंगी, उनको दूर किया जायेगा. इस संबंध में एक रिपोर्ट भी प्रदेश सरकार को सौंपी जायेगी.
उन्होंने कहा कि केदारनाथ आपदा के समय सबसे लाभदायक वैकल्पिक मार्ग यही सिद्ध हुआ था. भविष्य में आपदा जैसी कोई स्थिति पैदा होती है तो बचाव के लिये इन पैदल ट्रैकों का सुचारू होना जरूरी है. यह मार्ग केदारनाथ धाम को आसानी से जोड़ता है. चैमासी से होते हुये खाम बुग्याल और हथनी को पार करते यह मार्ग सीधे भैरवनाथ मंदिर केदारनाथ में पहुंचता है. यहां मोनाल सहित अनेक पक्षी भी देखने को मिलते हैं.
इसके अलावा आईजी गढ़वाल ने केदारनाथ धाम पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया. उन्होंने वहां मौजूद सभी कर्चारियों बात कर उनका अनुभव जाना. साथ ही उनकी समस्याओं को लेकर बात की. बता दें कि आईजी गढ़वाल रुद्रप्रयाग और चमोली के तीन दिवसीय दौरे पर हैं. इस दौरान वे केदारनाथ और बदरीनाथ धाम की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेंगे.