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पर्यटन व्यवसाय पर पड़ रहा बारिश का असर, तीर्थ स्थलों में गिनती के पहुंच रहे श्रद्धालु - tourism business in Rudraprayag

tourism business in Rudraprayag उत्तराखंड में भारी बारिश का असर पर्यटन व्यवसाय पर पड़ रहा है.केदारघाटी सहित विभिन्न इलाके जो तीर्थयात्रियों और सैलानियों से गुलजार रहते थे, वहां सन्नाटा पसरा हुआ है. जिसका असर स्थानीय व्यापारियों पर पड़ रहा है.

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पर्यटन व्यवसाय पर पड़ रहा बारिश का असर
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Published : Jul 28, 2023, 7:39 AM IST

Updated : Jul 28, 2023, 9:35 AM IST

रुद्रप्रयाग: केदारघाटी सहित विभिन्न इलाकों में विगत कई दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश से क्षेत्र का तीर्थाटन, पर्यटन व्यवसाय खासा प्रभावित हो गया है. मूसलाधार बारिश के कारण तीर्थ यात्रियों व सैलानियों से गुलजार रहने वाले तीर्थ व पर्यटक स्थल वीरान हैं और ग्रामीण क्षेत्रों की दिनचर्या खासी प्रभावित हो गयी है. केदार घाटी सहित विभिन्न स्थानों पर मौसम के बार-बार करवट लेने से मुख्य बाजारों का व्यापार भी खासा प्रभावित होने लगा है.

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भारी बारिश के बाद मंदिरों में कम पहुंच रहे श्रद्धालु

गौर हो कि तीर्थ यात्रियों व सैलानियों से गुलजार रहने वाले तीर्थ व पर्यटक स्थलों में मूसलाधार बारिश के कारण तीर्थ यात्रियों व सैलानियों की आवाजाही में भारी गिरावट देखने को मिल रही है.केदारनाथ धाम की बात करें तो इन दिनों धाम आने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या मात्र पांच सौ तक सिमट कर रह गयी है, जबकि केदारनाथ के शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर, मदमहेश्वर, तुंगनाथ, शिव-पार्वती विवाह स्थल त्रियुगीनारायण, विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी, सिद्धपीठ कालीमठ, कोटि माहेश्वरी, कार्तिक स्वामी तथा पर्यटक स्थल देवरिया ताल, विसुणीलाल सहित विभिन्न पर्यटक स्थलों में तीर्थ यात्रियों व सैलानियों के आवागमन में भारी गिरावट देखने को मिल रही है.

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भारी बारिश से पर्यटन व्यवसाय हुआ चौपट
पढ़ें-नैनीताल में अचानक खराब हुई रोपवे,1 घंटे हवा में अटकी रही 13 जिंदगियां, विदेशी पर्यटक भी शामिल

मदमहेश्वर व तुंगनाथ धामों में आने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या में भारी गिरावट देखने को मिल रही है. मंदिर समिति के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्वाण ने बताया कि तेज बारिश के कारण भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर में दर्शन करने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या में भी भारी गिरावट आयी है. तुंगनाथ धाम के प्रबंधक बलवीर नेगी ने बताया कि सावन के पहले सोमवार को पांच सौ से अधिक तीर्थयात्री तुंगनाथ धाम पहुंचे थे, मगर शेष दिनों में तुंगनाथ धाम आने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या में कमी देखने को मिली है. सिद्धपीठ कालीमठ मंदिर के प्रबंधक प्रकाश पुरोहित ने बताया कि जुलाई माह शुरू होते ही कालीमठ, रूच्छ महादेव व कोटि माहेश्वरी तीर्थो में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भारी गिरावट आ गयी है.

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मार्केट में छाया सन्नाटा
पढ़ें-उत्तराखंड में अगले चार दिनों तक जमकर बरसेंगे बदरा, अभी भी 253 सड़कें बंद, 29 लोगों ने गंवाई जान

मदमहेश्वर धाम के व्यापारी भगत पंवार ने बताया कि मूसलाधार बारिश के कारण ऊखीमठ-रांसी मोटर मार्ग के बार-बार बाधित होने से मदमहेश्वर धाम सहित मदमहेश्वर घाटी का तीर्थाटन, पर्यटन व्यवसाय खासा प्रभावित हो गया है. देवरिया ताल के व्यापारी मनोज नेगी ने बताया कि आगामी सितम्बर माह से देवरिया ताल में आने वाले सैलानियों की संख्या में इजाफा होने की संभावना बनी हुई है. स्थानीय व्यापारी महिपाल बजवाल, राय सिंह धर्म्वाण ने बताया कि मूसलाधार बारिश ने मुख्य बाजारों का व्यापार भी खासा प्रभावित कर दिया है.

रुद्रप्रयाग: केदारघाटी सहित विभिन्न इलाकों में विगत कई दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश से क्षेत्र का तीर्थाटन, पर्यटन व्यवसाय खासा प्रभावित हो गया है. मूसलाधार बारिश के कारण तीर्थ यात्रियों व सैलानियों से गुलजार रहने वाले तीर्थ व पर्यटक स्थल वीरान हैं और ग्रामीण क्षेत्रों की दिनचर्या खासी प्रभावित हो गयी है. केदार घाटी सहित विभिन्न स्थानों पर मौसम के बार-बार करवट लेने से मुख्य बाजारों का व्यापार भी खासा प्रभावित होने लगा है.

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भारी बारिश के बाद मंदिरों में कम पहुंच रहे श्रद्धालु

गौर हो कि तीर्थ यात्रियों व सैलानियों से गुलजार रहने वाले तीर्थ व पर्यटक स्थलों में मूसलाधार बारिश के कारण तीर्थ यात्रियों व सैलानियों की आवाजाही में भारी गिरावट देखने को मिल रही है.केदारनाथ धाम की बात करें तो इन दिनों धाम आने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या मात्र पांच सौ तक सिमट कर रह गयी है, जबकि केदारनाथ के शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर, मदमहेश्वर, तुंगनाथ, शिव-पार्वती विवाह स्थल त्रियुगीनारायण, विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी, सिद्धपीठ कालीमठ, कोटि माहेश्वरी, कार्तिक स्वामी तथा पर्यटक स्थल देवरिया ताल, विसुणीलाल सहित विभिन्न पर्यटक स्थलों में तीर्थ यात्रियों व सैलानियों के आवागमन में भारी गिरावट देखने को मिल रही है.

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मदमहेश्वर व तुंगनाथ धामों में आने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या में भारी गिरावट देखने को मिल रही है. मंदिर समिति के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्वाण ने बताया कि तेज बारिश के कारण भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर में दर्शन करने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या में भी भारी गिरावट आयी है. तुंगनाथ धाम के प्रबंधक बलवीर नेगी ने बताया कि सावन के पहले सोमवार को पांच सौ से अधिक तीर्थयात्री तुंगनाथ धाम पहुंचे थे, मगर शेष दिनों में तुंगनाथ धाम आने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या में कमी देखने को मिली है. सिद्धपीठ कालीमठ मंदिर के प्रबंधक प्रकाश पुरोहित ने बताया कि जुलाई माह शुरू होते ही कालीमठ, रूच्छ महादेव व कोटि माहेश्वरी तीर्थो में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भारी गिरावट आ गयी है.

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मदमहेश्वर धाम के व्यापारी भगत पंवार ने बताया कि मूसलाधार बारिश के कारण ऊखीमठ-रांसी मोटर मार्ग के बार-बार बाधित होने से मदमहेश्वर धाम सहित मदमहेश्वर घाटी का तीर्थाटन, पर्यटन व्यवसाय खासा प्रभावित हो गया है. देवरिया ताल के व्यापारी मनोज नेगी ने बताया कि आगामी सितम्बर माह से देवरिया ताल में आने वाले सैलानियों की संख्या में इजाफा होने की संभावना बनी हुई है. स्थानीय व्यापारी महिपाल बजवाल, राय सिंह धर्म्वाण ने बताया कि मूसलाधार बारिश ने मुख्य बाजारों का व्यापार भी खासा प्रभावित कर दिया है.

Last Updated : Jul 28, 2023, 9:35 AM IST
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