पिथौरागढ़: कोरोना के बढ़ते मामलों पर लगाम लगाने के लिए पिथौरागढ़ जिला प्रशासन कोई कोताही बरतने के मूड में नहीं है. जिले में प्रवेश करने वालों की आरटीपीसीआर जांच जरूरी की गई है. साथ ही आरटीपीसीआर जांच के साथ अपना पहचान पत्र दिखाना जरूरी होगा. वहीं पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में ड्यूटी कर वापस लौटे रहे एसएसबी (सीमा सशस्त्र बल) के जवानों के लिए आइसोलेशन सेंटर बनाया जा रहा हैं.
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स्वास्थ्य विभाग ने जवाहर नवोदय विद्यालय को अर्द्धसैनिकों बलों का आइसोलेशन सेंटर बनाने का फैसला लिया है. दरअसल पिथौरागढ़ से पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में सैकड़ों की संख्या में एसएसबी के जवान गए हैं. जिनके लौटने का सिलसिला शुरू हो गया है. ऐसे में कोरोना संक्रमण की आशंका को देखते हुए ये फैसला लिया गया. मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि बाहर से आने वाले आर्मी और एसएसबी के जवानों के लिए जवाहर नवोदय विद्यालय में क्वारंटाइन सेंटर बनाया जा रहा है. जरूरत पड़ने पर यहां सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा.
आरटीपीसीआर जांच जरूरी
जिले में प्रवेश करने वालों की आरटीपीसीआर जांच जरूरी की गई है, लेकिन यहां भी लोग हेराफेरी से बाज नहीं आ रहे हैं. जिले में कई केस ऐसे सामने आ गए हैं. जब जांच कराने वालों ने अपना नाम और मोबाइल नबंर रजिस्टर में गलत दर्ज करा दिया. इसका नतीजा ये रहा है कि जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर कॉल या मैसेज ऐसे व्यक्तियों को गई, जिन्होनें कभी अपना सैंपल दिया ही नहीं दिया था. लोगों द्वारा हो रही इस हेराफेरी को देखते हुए अब सैंपल देने वालों के लिए पहचान पत्र जरूरी कर दिया गया है.