बेरीनाग: थल थाने डुंगरी गांव से 8 दिन पहले लापता 55 वर्षीय राजेंद्र सिंह मेहता का शव बरामद कर लिया गया है. राजेंद्र का शव क्षत-विक्षत हालत में सड़क से दो सौ मीटर नीचे झाड़ियों में मिला. उसके शरीर पर गुलदार के हमले के निशान हैं. राजेंद्र की मौत की खबर की बाद से ही उनकी पत्नी बदहवास है. वहीं, उसके दो बेटे भी सदमे में हैं. लालघाटी क्षेत्र में गुलदार के हमले की खबर से लोगों में दहशत है.
बता दें राजेंद्र सिंह मेहता लालघाटी में किसी के दुकान में कई साल से काम करता था. 1 जनवरी 2022 को वह दुकान बंद कर आठ बजे लालघाटी से अपने घर डुंगरी के लिए चला था, लेकिन वह देर तक घर नहीं पहुंचा. तब परिजनों में उसकी ढूंढ खोज की. आठ दिन तक उसका कोई पता नहीं चला. जिसके बाद डुंगरी गांव के युवकों ने खोजबीन की. खोजबीन में सड़क से दो सौ मीटर नीचे झाड़ियों में उनका शव बरामद हुआ.प्रथम दृष्ट्या मौत गुलदार के हमले से प्रतीक हो रही है. राजेंद्र के चेहरे और पेट वाले हिस्से पर गुलदार के हमले के निशान हैं.
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डुंगरी गांव के युवकों ने घटना की जानकारी थल थाने को दी. जिसके बाद पुलिस टीम और वन विभाग के बीट अधिकारी नवीन चंद्र जोशी, योगेश कुमार और घटनास्थल पर पहुंचे. थानाध्यक्ष हीरा सिंह डांगी ने बताया सुबह शव का पंचनामा भर कर पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय को भेज दिया है.
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बता दें डेढ साल पहले भी राजेंद्र पर उसके घर के खेत के पास गुलदार ने जानलेवा हमला किया था. तब खेत में काम कर रही महिलाओं के हल्ला कर उसकी जान बचाई थी.