पिथौरागढ़: एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की तत्परता के कारण पिथौरागढ़ की 13 साल की नाबालिग बच गई. पिथौरागढ़ में 13 साल की नाबालिग की शादी होने जा रही थी. तभी किसी ने इसकी जानकारी एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट को दी. एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट बिना देर किए मौके पर पहुंची और बाल विवाह को रुकवाया. पूरे मामले में पुलिस ने काउंसलिंग के बाद नाबालिग को चाइल्ड हेल्पलाइन सीडब्लूसी को सौंप दिया. जहां सीडब्ल्यूसी पूरे मामले की जांच कर रही है.
पुलिस को सूचना थी कि पपदेव गांव में कुछ लोग हिमाचल से अपने लड़के की शादी करवाने के लिए आये हैं. एक-दो दिन में ही शादी के बाद वे हिमाचल वापस लौट जाएंगे. जिस लड़की की शादी हो रही है, वह नाबालिग है. पूरे मामले में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने मामले को गंभीरता से लिया. जिसके बाद टीम मौकै पर पहुंची. जब टीम गांव में पहुंची तब लड़का, लड़की और उनके परिजन वहां मौजूद थे. तब सगाई की रस्में की जा रही थी. टीम ने लड़की का जन्म प्रमाण पत्र मांगा. जिसमें लड़की की उम्र 13 साल पाई गई. लड़के के परिजनों ने बताया गया कि उसकी उम्र भी 18 वर्ष से कम है.
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पूछताछ में दोनों परिवार वालों ने बताया वह नेपाल के बजांग निवासी हैं. लड़की वाले लगभग 15 वर्षों से पपदेव में निवास कर रहे हैं और लड़के वाले हिमाचल में रह रहे हैं. वे पिथौरागढ़ में शादी करने आए थे. टीम ने दोनों परिवारों की काउंसलिंग की. उन्हें बाल विवाह से सम्बन्धित कानून की जानकारी दी गई. जिसके बाद दोनों परिवारों ने अपनी गलती स्वीकार की. एसपी पिथौरागढ़ लोकेश सिंह ने बताया दोनों परिवारों को काउंसलिंग के लिए सीडब्ल्यूसी के सामने पेश किया गया.