कोटद्वार: इसे अधिकारियों की लापरवाही कहे या फिर मिलीभगत, खनन माफिया सरकार को चूना लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है. कोटद्वार में जमकर ओवरलोड डंपर दौड़ रहे हैं और संबंधित विभाग आंखें बंद किए है. दरअसल, डंपर अतिरिक्त बॉडी लगाकर मानकों के विपरित आरबीएम खनिज का परिवहन कर रहे हैं. कोटद्वार की सड़कों पर ओवरलोड डंपर मौत बनकर दौड़ रहे है. आश्चर्य की बात ये है कि इन डंपरों ने अपने नंबर प्लेट से नंबरों तक को मिटा रखा है.
यह वाहन कौड़िया चेक पोस्ट पर वाणिज्य कर, आरटीओ व पुलिस चेक पोस्ट होकर गुजरते हैं, लेकिन इन पर कोई कार्रवाही नहीं करता. बता दें कि इन दिनों कोटद्वार क्षेत्र की सुखरौ और तेलीस्रोत नदी में रिवर ट्रेनिंग नीति के तहत चैनलाइज का कार्य किया जा रहा है, जिससे की नदियों की सफा सफाई हो सके. नदियों से आरबीएम निकाल कर उसका परिवहन किया जा रहा है. नदियों की सफाई में लगे डंपर अपने निर्धारित वजन से कई गुना ज्यादा खनिज लेकर सड़कों पर दौड़ रहे हैं.
वहीं इस बारे में एआरटीओ रावत सिंह कटारिया ने कहा कि ओवरलोड वाहनों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है. ओवरलोड वाहनों के लिए बीईएल रोड पर स्थित धर्म कांटा पर तौल की जाती है. तौल में क्षमता से अधिक पाए जाने पर डंपरों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाती है.
क्या कहते हैं मानक
- 10 टायर डंपर को 18 टन क्षमता की अनुमति.
- 12 टायर डंपर को 25 टन क्षमता की अनुमति.
- 14 टायर डंपर को 32 टन की अनुमति.