पौड़ीः यमकेश्वर ब्लॉक के दूरस्थ गांव अमोला में आज भी लोग बुनियादी सुविधाओं की बाट जोह रहे हैं. ग्राम सभा में गर्भवती महिलाओं के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं का टोटा बना हुआ है, जिसके चलते गर्भवती महिलाओं को अन्य जगहों पर दौड़ लगाने को मजबूर होना पड़ता है. दूसरी तरफ राजाजी टाइगर से सटे होने के चलते ग्रामीण आए दिन जंगली जानवरों के भय के साये में जीवन जीने को मजबूर हैं. यह समस्याएं ब्लॉक के अमोला गांव के लोगों ने डीएम डॉ. आशीष चौहान और स्थानीय विधायक रेनू बिष्ट को रात्रि चौपाल में बताई.
जिला प्रशासन पौड़ी की तरफ से यमकेश्वर ब्लॉक के अमोला गांव में रात्रि चौपाल आयोजित की गई. चौपाल में डीएम डॉ. आशीष चौहान और स्थानीय विधायक रेनू बिष्ट ने लोगों की समस्याएं सुनीं. यमकेश्वर ब्लॉक के अमोला गांव में चौपाल की संयुक्त अध्यक्षता डीएम डॉ. आशीष चौहान और विधायक रेनू बिष्ट ने की. चौपाल में ग्रामीणों ने बिजली, पानी, सड़क आदि की समस्याएं डीएम व विधायक के समक्ष रखीं. जिस पर डीएम डॉ. चौहान ने अधिकारियों को ग्रामीणों की समस्याओं के शीघ्र निस्तारण के लिए कहा.
ग्राम सभा में ग्राम पंचायत सचिवालय: सब कुछ योजना के मुताबिक हुआ तो जल्द ही यमकेश्वर ब्लॉक के अमोला ग्रामसभा में ग्राम पंचायत सचिवालय बनाया जाएगा. ग्रामीणों ने कहा कि सदन के बन जाने से क्षेत्र की समस्याएं पटल पर रखी जा सकेंगी. डीएम डॉ. चौहान ने लोगों की जरूरत के अनुसार ग्राम पंचायत सचिवालय का निर्माण कराए जाने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए. साथ ही डीएम ने क्षेत्र में विद्युत व्यवस्था को बेहतर करने व ग्रामसभा अमोला के अंतर्गत विभिन्न मोटर मार्गों के सुधारीकरण व जीर्णोद्धार करने के लिए कहा है.
अमोला में स्वास्थ्य सुविधाएं की कमी: यमकेश्वर के अमोला गांव में स्वास्थ्य सुविधाओं का टोटा है. इसके चलते गांव में गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण व अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए अन्य जगहों की दौड़ लगानी पड़ती है. ग्रामीणों ने ग्राम सभा में गर्भवती महिलाओं की सुविधा और सुरक्षा हेतु टीकाकरण और मातृ शिशु कल्याण केंद्र की स्थापना करने की मांग उठाई. साथ ही उन्होंने क्षेत्र में एक आयुर्वेदिक अस्पताल के साथ ही पशु चिकित्सालय के निर्माण व नियमित स्टाफ की भी मांग उठाई.
वन्यजीवों की सुरक्षा की मांग: रात्रि चौपाल के दौरान ग्रामीणों ने राजाजी नेशनल पार्क के जंगली जानवरों से सुरक्षा की मांग उठाई. उन्होंने कहा कि यमकेश्वर ब्लॉक के गांव टाइगर रिजर्व से सटे हुए हैं. इस कारण ग्रामीणों को आए दिन जंगली जानवरों का डर सताता रहता है. उन्होंने कहा कि जंगली जानवर कई बार खड़ी फसलों को नष्ट कर देते हैं. इस पर भी डीएम ने वन विभाग को समन्वय बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए.
मॉनसून से पहले ग्राम प्रधानों को मिलेंगे सेटेलाइट फोन: डीएम डॉ. चौहान ने कहा कि मॉनसून से पहले यमकेश्वर ब्लॉक के सभी ग्राम प्रधानों को आपदा प्रबंधन के मद्देजनर सेटेलाइट फोन के साथ ही जरूरी प्रशिक्षण दिया जाएगा. डीएम ने इसके लिए एसडीएम को प्रशिक्षण दिलवाने के निर्देश दिए हैं.
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