पौड़ी: गढ़वाल मंडल में लंबे समय से गैरहाजिर चल रहे शिक्षकों पर विभाग की ओर से बड़ी कार्रवाई की गई है. मंडल में तैनात 9 शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि ये सभी शिक्षक बीते पांच सालों से अनुपस्थित चल रहे थे. दो माह के भीतर शिक्षा विभाग ने अनुपस्थित चल रहे 18 शिक्षकों की सेवा समाप्त कर दी है.
सूबे में सरकार की ओर से भले ही शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर कई सुधार किये जा रहे हो, लेकिन यह सभी प्रयास कितने सार्थक हो रहे हैं. इसकी बानगी गढ़वाल मंडल में देखने को मिली. यहां लगातार 9 शिक्षक पिछले पांच सालों से अनुपस्थित चल रहे थे. जिसका खामियाजा मासूम बच्चों को भुगतना पड़ रहा है. विभाग की ओर से बार-बार अवगत करवाने के बाद भी अनुपस्थित शिक्षकों की ओर से कोई उत्तर विभाग को नहीं दिया गया. इसके बाद विभाग ने इन शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए इन्हें बर्खास्त कर दिया है.
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वहीं, इस मामले में गढ़वाल मंडल के अपर निदेशक माध्यमिक महावीर सिंह बिष्ट ने बताया कि लंबे समय से शिक्षकों की अनुपस्थिति से छात्रों को अच्छी शिक्षा प्राप्त नहीं हो पा रही है. वहीं, पदों को रिक्त भी नहीं माना जा रहा था. विभाग की ओर से बार-बार इन शिक्षकों को अवगत करवाया गया लेकिन उनकी ओर से विभाग को कोई जवाब नहीं मिला जिसके बाद 9 और शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है. दो महीनों के भीतर अब तक 18 शिक्षकों की सेवा समाप्त की जा चुकी है. जल्द ही इन खाली पदों पर नई नियुक्ति की जाएगी ताकि छात्रों के भविष्य के साथ किसी भी प्रकार का खिलवाड़ न हो.