पौड़ी: प्रदेश में बनने वाली पांचवीं निर्वाचित सरकार के लिए 14 फरवरी को हुए मतदान में पौड़ी जिले से इस बार लोगों ने कम वोट डाले. हालांकि, 2017 के सापेक्ष जिले में इस बार महज एक फीसदी वोट कम पड़े हैं, लेकिन ये एक फीसदी किसी की भी दल का गुणा भाग बिगाड़ सकता है. ये एक फीसदी जिले के कुल मतदाताओं के सापेक्ष करीब 5 हजार 950 हैं.
पौड़ी जिले की छह विधानसभा सीटों पर 47 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला 5 लाख 95 हजार 856 मतदाताओं ने किया. जिनमें 16 हजार 130 सर्विस मतदाता भी शामिल हैं. जिला निर्वाचन विभाग पौड़ी द्वारा जिले में जारी मतदान प्रतिशत के हिसाब से इस बार जिले में मतदान प्रतिशत 53.14 रहा, जबकि 2017 में 54.80 प्रतिशत था.
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2017 के चुनाव की तरह इस बार भी कोटद्वार सीट पर सबसे अधिक 65.70 फीसदी वोट पड़े, लेकिन 2017 के सापेक्ष करीब 4 फीसदी कम रहा. पिछले विधानसभा चुनावों में भी जिले की कोटद्वार विधानसभा में ही सर्वाधिक मतदान हुआ था, तब यहां 67.73 फीसदी वोट पड़ा था. वहीं, 2017 में चौबट्टाखाल में 44.64, पौड़ी में 50.33, यमकेश्वर में 51.37, श्रीनगर में 55.80 और लैंसडाउन में 45.19 फीसदी मतदान हुआ.
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इस बार चौबट्टाखाल में 44.27, पौड़ी में 51.25, यमकेश्वर में 53.8, श्रीनगर में 58.95 और लैंसडाउन में 47.07 फीसदी मतदान हुआ. यमकेश्वर, लैन्सडाउन व श्रीनगर में इस बार दो फीसदी अधिक मतदान हुआ.