नैनीताल: थर्टी फर्स्ट पर सरोवर नगरी पर्यटकों से गुलजार रही. नए साल के स्वागत के लिए बड़ी संख्या में सैलानी सरोवर नगरी नैनीताल पहुंचे है. पर्यटकों की भीड़ से नैनीताल के सभी पार्क फुल है. पर्यटकों को शहर के बाहर रूसी बाईपास पर रोक कर शटल सेवा के माध्यम से भेजा जा रहा है. पर्यटकों के वाहन को बाईपास में ही पार्क किया जा रहा है. वहीं, पुलिस कोरोना गाइडलाइन फोलो न करने वालों की खिलाफ कार्रवाई कर रही है.
सरोवर नगरी नैनीताल एक बार फिर से पर्यटकों की आमद से गुलजार हो चली है. नए साल का जश्न मनाने के लिए देश भर से पर्यटक सरोवर नगरी नैनीताल का रुख कर रहे हैं. नैनीताल में पर्यटकों की भीड़ से एक बार फिर कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है. देशभर से नैनीताल घूमने आए पर्यटक बिना मास्क के पर्यटक स्थलों में घूम रहे हैं. पर्यटक न तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं और न ही मास्क लगा रहे हैं. पुलिस मास्क न पहनने वाले के खिलाफ चालान की कार्रवाई कर रही है. साथ ही मास्क का प्रयोग करने के लिए हिदायत दे रही है.
बता दें कि, थर्टी फर्स्ट मनाने देशभर से शहर में करीब 5 हजार से अधिक पर्यटकों ने प्रवेश किया. पर्यटकों के आने से शहर की डीएसए पार्किंग, मेट्रोपोल, सूखा ताल, बीडी पांडे पार्किंग, अंडा मार्केट व फांसी गधेरा में कार पार्किंग सुबह से पूरी तरह फूल रही. जिसके बाद पुलिस के द्वारा नैनीताल आ रहे पर्यटकों के वाहनों को रूसी बाईपास पर रोका और पर्यटकों को शटल सेवा के माध्यम से नैनीताल शहर में भेजा गया.
पर्यटकों को शहर के बाहर रोके जाने से कई पर्यटकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. पर्यटकों का कहना है कि उनके पास होटल की बुकिंग है, इसके बावजूद भी पुलिस द्वारा उन्हें शहर में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है. जिस वजह से उनकी छुट्टियां खराब हो रही है.
वहीं, थर्टी फर्स्ट के मौके पर भी देश भर से पर्यटक नैनीताल घूमने पहुंचे. लेकिन स्वास्थ्य विभाग द्वारा पर्यटकों की कोरोना जांच के लिए शहर के प्रवेश द्वार पर किसी भी प्रकार की उचित व्यवस्था नहीं की गई. हालांकि, स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा बाराह पत्थर व तल्लीताल बस स्टैंड के पास औपचारिकता के लिए कुछ समय के लिए पर्यटकों की जांच की गई. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके से चलती बनी.
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नए साल के मौके पर नैनीताल-मसूरी में पर्यटकों की होने वाली भीड़ को देखते हुए उत्तराखंड के पुलिस महानिरीक्षक अशोक कुमार के द्वारा पर्यटकों को बिना बुकिंग के नैनीताल-मसूरी न आने की चेतावनी दी गई. जिसके बाद पर्यटक पिछले सालों की मुकाबले कम संख्या ही नैनीताल पहुंचे हैं.