हल्द्वानी: पेराई सत्र शुरू होने के एक महीने के बाद प्रशासन ने गन्ने का समर्थन मूल्य घोषित कर दिया है. किसान लंबे समय से गन्ने का समर्थन मूल्य घोषित होने का इंतजार कर रहे थे. लेकिन किसानों की उम्मीदों पर फिर पानी फिर गया है. क्योंकि इस बार भी गन्ने के समर्थन मूल्य में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की गई है. किसानों को सरकार पिछले साल का ही रेट इस साल भी देने जा रही है.
किसानों को उम्मीद थी कि सरकार इस बार गन्ने के समर्थन मूल्य में थोड़ी वृद्धि करेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. फिलहाल, उत्तराखंड में गन्ने का समर्थन मूल्य यूपी के समर्थन मूल्य की तुलना में ₹2 प्रति कुंतल अधिक है. वहीं, सरकार के द्वारा जो समर्थन मूल्य घोषित हुआ उसमें अगेती प्रजाति के लिए ₹327 प्रति कुंतल जबकि सामान्य प्रजाति के लिए ₹370 प्रति कुंतल का समर्थन मूल्य निर्धारित किया गया है.
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इस बारे में गन्ना आयुक्त ललित मोहन रयाल ने बताया कि पिछले साल 1170 करोड़ रुपयों की गन्ने की खरीद की गई थी. जिसमें 1003 करोड़ का भुगतान किया जा चुका है. जबकि, 167 करोड़ों रुपए का भुगतान अभी बकाया है. जिसमें 43 करोड़ रूपये सरकारी चीनी मिलों की देनदारी है और 124 करोड़ निजी चीनी मिलों की देनदारी है. रयाल ने कहा कि जल्द ही बकाया भुगतान की प्रक्रिया भी शुरू कर दी जाएगी.