नई दिल्ली: सिख विरोधी दंगों के मामले में पूर्व कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई. लेकिन सिख समुदाय के लोग इस फैसले से संतुष्ट नहीं हैं और सज्जन कुमार को मौत की सजा दिलाने की मांग की है.
ईटीवी भारत से बातचीत में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह ने केंद्र में अपनी ही पार्टी की सरकार से मांग की है कि सीबीआई के माध्यम से ऊपरी अदालत में अपील की जाए ताकि सज्जन कुमार को मौत की सजा सुनाई जाए, जिन्होंने एक बाप के सामने उसके बेटे की हत्या की और उसके बाद बाप की भी हत्या कर दी थी.
नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (CAG) की रिपोर्ट में दिल्ली की आबकारी नीति और शराब की सप्लाई से जुड़े नियमों के कार्यान्वयन में काफी अनियमितताएं आई हैं, जिसको लेकर भाजपा दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके पार्टी AAP पर काफी आक्रामक है. दिल्ली में भाजपा की सरकार बनते ही विधानसभा सत्र के पहले दिन कैग रिपोर्ट को सदन में पेश किया गया.
कैग की रिपोर्ट में बताया गया है कि दिल्ली की पूर्ववर्ती 'आप' सरकार के आबकारी विभाग की नीतियों और उनके क्रियान्वयन में पारदर्शिता की कमी रही, जिससे सरकार को लगभग 2,026.91 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.
जबकि पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी ने इस नीति को लागू नहीं करने देने की वजह से घाटे का आरोप लगाते हुए इसके लिए दिल्ली के उपराज्यपाल, सीबीआई और केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है.
इसपर पलटवार करते हुए भाजपा प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा कि जैसे आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार ने भ्रष्टाचार किए हैं, अब उन्हें डर सता रहा है और इसी वजह से दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी उल्टे भाजपा पर आरोप लगा रही हैं. सिंह ने कहा है कि ये मुद्दा पहले से ही लोगों के सामने आ चुका है और इस मामले में 'आप' के संयोजक अरविंद केजरीवाल को पहले ही जेल जा चुके हैं.
'शराब माफिया के साथ मिलकर केजरीवाल ने लूटा'
आप नेताओं के आरोप पर उन्होंने कहा कि वो भाजपा पर आरोप लगा रहे मगर इस मामले में कोर्ट ने उन्हें जेल भेजा था. उन्होंने आगे कहा कि जांच एजेंसियां अपना काम कर रही हैं और उन्हें शराब घोटाले में भारी भ्रष्टाचार पकड़ में आया है, इसमें भाजपा या केंद्र सरकार क्या करेगी. जिस तरह से शराब माफिया के साथ मिलकर अरविंद केजरीवाल ने लूटा है, वही कैग की रिपोर्ट में भी खुलासा हुआ है. इस मामले से भाजपा का कोई लेना-देना नहीं. भाजपा हमेशा से भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टॉलरेंस की बात करती आई है और इस मुद्दे पर भी वो विरोध करती रहेगी.
यह भी पढ़ें- तमिलनाडु में हिंदी का विरोधः DMK की छात्र शाखा ने केंद्र सरकार के दफ्तरों के बाहर दिया धरना