हल्द्वानीः पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के स्टिंग मामले में 20 सितंबर को नैनीताल हाईकोर्ट में सुनवाई होनी है. ऐसे में हरीश रावत और उनके समर्थकों में हलचल मची हुई है. सुनवाई के दौरान देश के जाने-माने वकील कपिल सिब्बल हरीश रावत की तरफ से पैरवी करेंगे. हरीश रावत ने कहा है कि न्यायालय पर उन्हें पूरा भरोसा है. न्यायालय पहले भी उनके साथ न्याय कर चुका है.
हरीश रावत ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपने समर्थकों को नैनीताल नहीं पहुंचने की अपील भी की है. स्टिंग मामले में पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. वहीं कांग्रेस इस पूरे मामले में हरीश रावत के साथ खड़ी दिखाई दे रही है. हरीश रावत के समर्थन में कांग्रेसी और उनके समर्थक सड़कों पर उतरने के लिए तैयार हैं.
हरीश रावत ने सोशल मीडिया पर लिखा कि 20 सितंबर को नैनीताल के न्याय के मंदिर में न्याय के लिए जा रहा हूं. सभी मेरे शुभचिंतक मेरी शुभकामना की प्रार्थना करें.
उन्होंने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि मेरा राजनीतिक उत्पीड़न किया जा रहा है. केंद्रीय सत्ता अपराधी है क्योंकि हमारे घर में ही डाका डाला गया और हमारे लोग ही दल बदलकर आज उनके साथ खड़े हैं और उल्टा सरकार साजिश के तहत अब उनको जेल में डालना चाहती हैं.
उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मैं हरियाणा के मुख्यमंत्री की तर्ज पर सार्वजनिक रूप से फरसा लहराते हुए सिर काट डालने की धमकी दी होती तो मुझे बिना जांच के आज केंद्रीय सत्ता फांसी पर चढ़ा देता. हरीश रावत ने कहा कि जहां तक सीबीआई द्वारा गिरफ्तारी की बात है तो उन्हें कोई डर नहीं है. अपने सार्वजनिक जीवन में कई बार गिरफ्तार हो चुके हैं. सरकार गिराने में नाकाम रहने के कारण मिली राजनीतिक पराजय को जीत में बदलने के लिए सीबीआई का प्रयोग किया जा रहा है.
यह भी पढ़ेंः NCC प्रशिक्षण संस्थान पौड़ी शिफ्ट करने पर हाईकोर्ट सख्त, CM को पक्षकार बनाकर मांगा जवाब
उन्हें न्यायालय से उम्मीद है कि स्टिंग प्रकरण में शामिल रहे सभी राजनीतिक और आर्थिक रूप से शामिल लोग ध्वस्त हो जाएंगे. दूसरी ओर नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदेश ने कहा है कि कांग्रेस हरीश रावत के साथ कांग्रेस खड़ी है. सीबीआई द्वारा कोई भी उत्पीड़न की कार्रवाई की गई तो कांग्रेस सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर हो जाएगी.
इंदिरा हृदेश ने कहा है कि सुनवाई के दौरान प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह सहित कई कांग्रेस के नेता मौजूद रहेंगे. इसके अलावा देश के जाने-माने वकील कपिल सिब्बल इस सुनवाई में पैरवी करेंगे.