नैनीताल: अयोध्या विवाद पर मध्यस्थता के लिए के लिए पैनल में शामिल आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर के नाम पर एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने आपत्ति जताई थी. ओवैसी के बयान पर श्री श्री रविशंकर ने कहा कि कुछ लोगों का काम सिर्फ विरोध करना होता है. अब वो सुप्रीट कोर्ट की बनाई कमेटी का विरोध करने में लगे हैं. श्री श्री रविशंकर शनिवार को नैनीताल पहुंचे थे. इसी दौरान उन्होंने ओवैसी बयान में अपनी प्रतिक्रिया दी थी.
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या विवाद पर मध्यस्थता के लिए तीन सदस्यीय एक पैनल का गठन किया है. इस पैनल में सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश एफएफ कलीफुल्लाह, आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर और वरिष्ठ वकील श्रीराम पंचू शामिल हैं. इस पैनल की अगुवाई जस्टिस कलीफुल्लाह करेंगे. लेकिन ओवैसी ने श्री श्री रविशंकर के नाम पर आपत्ति जताते हुए कहा था कि यह ज्यादा बेहतर होता कि सुप्रीम कोर्ट उनकी जगह किसी तटस्थ व्यक्ति को पैनल में शामिल किया होता.
शनिवार को नैनीताल पहुंचे श्री श्री रविशंकर ने कहा कि उन्हें यहां का वातावरण काफी अच्छा लगा. नैनीताल काफी सुंदर शहर वो पहली बार कुमाऊं दौरे पर आए हैं. नैनीताल में रविशंकर ने मां नयना देवी के मंदिर और बाबा नीब करौली में पूजा-अर्जना भी की. अपने गुरू के दर्शन करने के लिए कई लोगों होटल के बाहर उनका इंतजार भी करते हुए दिखे.