हल्द्वानीः विष्णु भगवान के आठवें अवतार के रूप में भगवान कृष्ण की जन्माष्टमी 12अगस्त को मनाई जाएगी. इसे लेकर अभी से लोगों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है. लोग खरीददारी के लिए बाजारों का रुख कर रहे हैं. लोग भगवान कृष्ण की पारंपरिक वेशभूषा और पूजा-पाठ के लिए सामग्री खरीद रहे हैं. ऐसे में कोरोना काल के चलते मंदी झेल रहे दुकानदारों के चेहरे अब खिल गए हैं.
कोरोना संकट के बीच लोग बाजारों में आने से कतरा रहे हैं. लेकिन त्योहारों के मद्देनजर लोग सावधानी के साथ बाजारों का रुख कर रहे हैं. जिससे दुकानदारों के चेहरे खिल गए हैं. श्री कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर दुकानों में डिमांड के हिसाब से श्री कृष्ण की कई वेशभूषाएं और झूला मौजदू है. इस बार सबसे ज्यादा डिमांड राजस्थान और मथुरा के लड्डू गोपाल और ठाकुर जी की मूर्ति की है. सबसे ज्यादा काले और नीले पत्थर की बनी श्रीकृष्ण की मूर्तियों की ज्यादा डिमांड देखी जा रही है.
एक दुकानदार अनुज देवल के मुताबिक, ग्राहकों को भगवान श्रीकृष्ण के प्रति अगाड़ आस्था है और उनकी आस्था का असर है कि लोग दुकानों का रुख कर रहे हैं. ऐसे में उम्मीद है कि जन्माष्टमी के दौरान उनके कारोबार में थोड़ा इजाफा होगा. हालांकि, बजट नहीं होने और बाजारों में ग्राहक कम होने के चलते बिक्री पर भी असर देखा जा रहा है.
अनुज देवल ने बताया कि मथुरा और राजस्थान निर्मित भगवान कृष्ण और ठाकुर जी की सबसे ज्यादा मूर्तियों की डिमांड हो रही है. जिसकी कीमत बाजारों में है 500 रुपए से लेकर 3000 रुपए रतक है. वहीं, बाजारों में कई फैंसी ड्रेस भी देखने को मिल रही है. श्री कृष्ण और राधा की जैसी वेशभूषा लोग अपने बच्चों के लिए खरीद रहे हैं.