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तीन साल बाद भी नहीं बन पाया रिंग रोड, फाइलों में लटका काम - तीन साल में नहीं बना रिंग रोड

जिलाधिकारी सविन बंसल का कहना है कि रिंग रोड में अधिक बजट होने के चलते दोबारा से बजट कम कर डीपीआर तैयार कर शासन को भेजा गया है. उन्होंने कहा कि शासन से स्वीकृति और बजट मिलते ही रिंग रोड का काम शुरू कर दिया जाएगा.

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Published : Jan 2, 2021, 11:51 AM IST

Updated : Jan 2, 2021, 1:44 PM IST

हल्द्वानी: सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 22 फरवरी 2017 को अपने पहले हल्द्वानी दौरे में 51 किलोमीटर लंबी रिंग रोड बनाने की घोषणा की थी. लेकिन 3 साल बाद भी रिंग रोड का काम आज भी फाइलों में ही लटका हुआ है. ऐसे में लोगों में नए साल में रिंग रोड बनने की उम्मीद है.

तीन साल बाद भी नहीं बन पाया रिंग रोड.
शहर के सबसे बड़े प्रोजेक्ट में शामिल रिंग रोड का काम आज भी फाइलों में ही लटका हुआ है. शुरूआती दौर में बजट अधिक होने के चलते दोबारा से लोक निर्माण विभाग ने सर्वे कर शासन को भेजा था. लेकिन आज भी रिंग रोड की फाइल शासन में धूल फांक रही है. यहां तक कि केंद्रीय सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी अपने देहरादून दौरे में इस प्रोजेक्ट को राष्ट्रीय प्रोजेक्ट की घोषणा की थी. लेकिन 3 साल बाद भी रिंग रोड के नाम पर एक ईट नहीं लगाई गई.

करीब 51 किलोमीटर लंबे रिंग रोड की घोषणा के दौरान शुरूआत में 400 करोड़ इस प्रोजेक्ट में खर्च करने का डीपीआर तैयार कर लोक निर्माण विभाग ने शासन को भेजा था. लेकिन आज यह प्रोजेक्ट 1800 करोड़ तक पहुंच चुका है. शहर के लोगों का कहना है कि अगर प्रस्तावित रिंग रोड का निर्माण हो जाएगा तो शहर में लगने वाले जाम से मुक्ति मिलेगी. साथ ही शहर में विकास को पंख लगेंगे.

पढ़ें: कुंभ नगरी के पांच घाट जहां डुबकी लगाने से मिलता है हजार गुना फल

जिलाधिकारी सविन बंसल का कहना है कि रिंग रोड में अधिक बजट होने के चलते दोबारा से बजट कम कर डीपीआर तैयार कर शासन को भेजा गया है. उन्होंने कहा कि शासन से स्वीकृति और बजट मिलते ही रिंग रोड का काम शुरू कर दिया जाएगा.

हल्द्वानी: सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 22 फरवरी 2017 को अपने पहले हल्द्वानी दौरे में 51 किलोमीटर लंबी रिंग रोड बनाने की घोषणा की थी. लेकिन 3 साल बाद भी रिंग रोड का काम आज भी फाइलों में ही लटका हुआ है. ऐसे में लोगों में नए साल में रिंग रोड बनने की उम्मीद है.

तीन साल बाद भी नहीं बन पाया रिंग रोड.
शहर के सबसे बड़े प्रोजेक्ट में शामिल रिंग रोड का काम आज भी फाइलों में ही लटका हुआ है. शुरूआती दौर में बजट अधिक होने के चलते दोबारा से लोक निर्माण विभाग ने सर्वे कर शासन को भेजा था. लेकिन आज भी रिंग रोड की फाइल शासन में धूल फांक रही है. यहां तक कि केंद्रीय सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी अपने देहरादून दौरे में इस प्रोजेक्ट को राष्ट्रीय प्रोजेक्ट की घोषणा की थी. लेकिन 3 साल बाद भी रिंग रोड के नाम पर एक ईट नहीं लगाई गई.

करीब 51 किलोमीटर लंबे रिंग रोड की घोषणा के दौरान शुरूआत में 400 करोड़ इस प्रोजेक्ट में खर्च करने का डीपीआर तैयार कर लोक निर्माण विभाग ने शासन को भेजा था. लेकिन आज यह प्रोजेक्ट 1800 करोड़ तक पहुंच चुका है. शहर के लोगों का कहना है कि अगर प्रस्तावित रिंग रोड का निर्माण हो जाएगा तो शहर में लगने वाले जाम से मुक्ति मिलेगी. साथ ही शहर में विकास को पंख लगेंगे.

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जिलाधिकारी सविन बंसल का कहना है कि रिंग रोड में अधिक बजट होने के चलते दोबारा से बजट कम कर डीपीआर तैयार कर शासन को भेजा गया है. उन्होंने कहा कि शासन से स्वीकृति और बजट मिलते ही रिंग रोड का काम शुरू कर दिया जाएगा.

Last Updated : Jan 2, 2021, 1:44 PM IST
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