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NIT मामलाः कोर्ट को सरकार ने दिया जवाब, श्रीनगर के सुमाड़ी में ही बनेगा कैंपस

कॉलेज के पूर्व छात्र जसवीर सिंह ने नैनीताल हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर कर बताया कि उनके कॉलेज को बने हुए 9 साल हो गए हैं, लेकिन 9 सालों के बाद भी एनआईटी को स्थाई कैंपस नहीं मिला है. जिसको लेकर छात्र काफी लंबे समय से स्थाई कैंपस की मांग कर रहे हैं.

जानकारी देते याचिकाकर्ता अभिजय नेगी.
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Published : Apr 24, 2019, 11:56 PM IST

नैनीताल: श्रीनगर गढ़वाल से एनआईटी को शिफ्ट करने के मामले में नया मोड़ आया है. राज्य सरकार की तरफ से कोर्ट को बताय गया कि सीएम और केंद्रीय शिक्षा मंत्री के बीच बैठक हुई, जिसमें एनआईटी श्रीनगर के सुमाड़ी में ही बनाने पर सहमति बनी है. वहीं, कोर्ट ने मामले को गंभीरता से लेते हुए राज्य सरकार को कल मामले में जवाब पेश करने को कहा है.

बता दें कि कॉलेज के पूर्व छात्र जसवीर सिंह ने नैनीताल हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर कर बताया कि उनके कॉलेज को बने हुए 9 साल हो गए हैं, लेकिन 9 सालों के बाद भी एनआईटी को स्थाई कैंपस नहीं मिला है. जिसको लेकर छात्र काफी लंबे समय से स्थाई कैंपस की मांग कर रहे हैं. लेकिन, सरकार द्वारा उनकी मांगों की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया गया. साथ ही अभी छात्र ऐसी जगह पर हैं. वह बिल्डिंग पूरी तरह से जर्जर है और इस बिल्डिंग में कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है.

जानकारी देते याचिकाकर्ता अभिजय नेगी.

याचिकाकर्ता ने बताया कि कैंपस की मांग कर रहे छात्रों के प्रदर्शन के दौरान हादसे में एक छात्रा की मौत हो गई, जबकि एक गंभीर रूप से घायल हो गया. लिहाजा राज्य सरकार और एनआईटी मिलकर इस छात्रा का इलाज करें. वहीं, इससे पहले केंद्र और राज्य सरकार द्वारा एनआईटी को उत्तराखंड से जयपुर शिफ्ट करने पर कोर्ट ने नाराजगी जताई. साथ ही राज्य सरकार ने पीछे कदम खींचते हुए एनआईटी श्रीनगर को सुमाड़ी में ही बनाने का निर्णय लिया है. हालांकि मामले में कल एक बार फिर अहम सुनवाई होगी.

नैनीताल: श्रीनगर गढ़वाल से एनआईटी को शिफ्ट करने के मामले में नया मोड़ आया है. राज्य सरकार की तरफ से कोर्ट को बताय गया कि सीएम और केंद्रीय शिक्षा मंत्री के बीच बैठक हुई, जिसमें एनआईटी श्रीनगर के सुमाड़ी में ही बनाने पर सहमति बनी है. वहीं, कोर्ट ने मामले को गंभीरता से लेते हुए राज्य सरकार को कल मामले में जवाब पेश करने को कहा है.

बता दें कि कॉलेज के पूर्व छात्र जसवीर सिंह ने नैनीताल हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर कर बताया कि उनके कॉलेज को बने हुए 9 साल हो गए हैं, लेकिन 9 सालों के बाद भी एनआईटी को स्थाई कैंपस नहीं मिला है. जिसको लेकर छात्र काफी लंबे समय से स्थाई कैंपस की मांग कर रहे हैं. लेकिन, सरकार द्वारा उनकी मांगों की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया गया. साथ ही अभी छात्र ऐसी जगह पर हैं. वह बिल्डिंग पूरी तरह से जर्जर है और इस बिल्डिंग में कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है.

जानकारी देते याचिकाकर्ता अभिजय नेगी.

याचिकाकर्ता ने बताया कि कैंपस की मांग कर रहे छात्रों के प्रदर्शन के दौरान हादसे में एक छात्रा की मौत हो गई, जबकि एक गंभीर रूप से घायल हो गया. लिहाजा राज्य सरकार और एनआईटी मिलकर इस छात्रा का इलाज करें. वहीं, इससे पहले केंद्र और राज्य सरकार द्वारा एनआईटी को उत्तराखंड से जयपुर शिफ्ट करने पर कोर्ट ने नाराजगी जताई. साथ ही राज्य सरकार ने पीछे कदम खींचते हुए एनआईटी श्रीनगर को सुमाड़ी में ही बनाने का निर्णय लिया है. हालांकि मामले में कल एक बार फिर अहम सुनवाई होगी.

Intro:स्लग-एन आई टी याचिका

रिपोर्ट-गौरव जोशी

स्थान-नैनीताल

एंकर- श्रीनगर गढ़वाल से एन आई टी को सिफ्ट करने के मामले में नया मोड़ आ गया है,, आज राज्य सरकार की तरफ से कोर्ट को बताया गया कि मुख्यमंत्री और केंद्रीय शिक्षा मंत्री के बीच बैठक हुई थी जिसमें एनआईटी श्रीनगर के सोमाडी में ही बनने पर ही सहमति हुई है वहीं कोर्ट ने मामले को गंभीरता से लेते हुए राज्य सरकार को कल मामले में जवाब पेश करने को कहा है।
वही बार-बार एनआईटी की जगह बदलने को लेकर कोर्ट ने राज्य सरकार को फटकार भी लगाई है।


Body:आपको बता दें कि कॉलेज के पूर्व छात्र जसवीर सिंह ने नैनीताल हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर कर कहा है कि उनके कॉलेज के बने हुए 9 साल हो गए हैं लेकिन 9 सालों के बाद भी एनआईटी को स्थाई कैंपस नहीं मिला जिस को लेकर छात्र काफी लंबे समय से स्थाई कैंपस की मांग कर रहे हैं मगर सरकार द्वारा उनकी मांगों की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया गया साथ ही अभी छात्र सी जगह पर हैं हैं वह बिल्डिंग पूरी तरह से जर्जर है और इस बिल्डिंग में कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है


Conclusion:साथ ही याचिकाकर्ता का कहना है कि कैंपस की मांग कर रहे छात्रों की प्रदर्शन के दौरान हादसे में एक छात्रा की मौत हो गई जबकि एक गंभीर रूप से घायल है जिसका उपचार चल रहा है लिहाजा राज्य सरकार और एनआईटी मिलकर इस छात्रा का इलाज करें, वहीं इससे पहले केंद्र और राज्य सरकार द्वारा एनआईटी को उत्तराखंड से जयपुर शिफ्ट करने पर कोर्ट ने नाराजगी भी करते की थी जिसके बाद आज राज्य सरकार ने कदम पीछे खींचते हुए एनआईटी श्रीनगर के सुमड़ी में ही बनाने का निर्णय लिया है,मामले में कल एक बार फिर अहम सुनवाई होगी।

बाईट-अभिजय नेगी,अधिवक्ता याचिकाकर्ता।
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