हल्द्वानी: कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत लगातार विभागों में छापामारी कर विभागों की पोल खोल रहे हैं. इसी क्रम में कमिश्नर दीपक रावत ने इंडोर स्टेडियम का निरीक्षण किया, तभी बैडमिंटन की प्रैक्टिस कर रहे बच्चों से आयुक्त ने पूछा कि गेम खेलते हुए बिजली जाने पर जनरेटर चलता है या नहीं, तब सभी बच्चों ने बताया कि बिजली जाने के बाद वे अंधेरे में ही बैडमिंटन खेलते हैं. जिस पर कमिश्नर ने जिला खेल अधिकारी को निर्देशित किया कि इंडोर गेम के दौरान बिजली के जाते ही तुरंत जनरेटर चालू किया जाए. जिससे बच्चे उजाले में खेल सके. वही, अगर विभाग के अधिकारियों द्वारा मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया तो कार्रवाई की जाएगी.
बच्चों ने बैडमिंटन कोच पर खड़े किए सवाल: बैडमिंटन खिला रहे कोच पर भी बच्चों ने सवाल खड़े करते हुए कहा कि उनके बैडमिंटन की कोच शाम को 4 बजे आती है और 6 बजे चली जाती हैं. ऐसे में कमिश्नर ने बायोमेट्रिक उपस्थिति चेक किया, तो विभाग ने बताया कि कोच की उपस्थिति रजिस्टर में लगती है. जिसके बाद उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए बायोमेट्रिक उपस्थिति पत्रक लगाने के निर्देश दिए.
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बायोमेट्रिक स्टेटस लगाने के निर्देश : निरीक्षण में यह भी पता चला कि कोच समय से नहीं आते हैं. जिस पर जिला खेल अधिकारी को आज से ही सभी कोच की बायोमेट्रिक स्टेटस लगाने के निर्देश दिए. इस दौरान कमिश्नर ने 4 करोड़ 77 लाख की लागत से लगभग पूर्ण हो चुके फुटबाल मैदान का भी निरीक्षण किया. उन्होंने कहा कि फरवरी माह तक हर हालत में फुटबॉल मैदान को तैयार कर लिया जाए. जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर के फुटबॉल टूर्नामेंट यहां पर हो सके.
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