हल्द्वानी: काठगोदाम और हल्द्वानी क्षेत्र में हुई भारी बारिश के कारण कई सड़कें और नहरें क्षतिग्रस्त हो गई हैं. बारिश ने गौला बैराज के कैनाल फिल्टर को भी क्षतिग्रस्त कर दिया है. इससे हल्द्वानी शहर की आधी आबादी को पीने का पानी नहीं मिल रहा है. शहर की पेयजल व्यवस्था सुचारू करने के लिए जल संस्थान और जिला प्रशासन लगा हुआ है. बताया जा रहा है कि पेयजल व्यवस्था ठीक होने में कई दिन लगा सकते हैं. ऐसे में हल्द्वानी शहर के आधी आबादी के सामने पीने का पानी का संकट खड़ा हो गया है. फिलहाल जल संस्थान टैंकरों के माध्यम से लोगों के घरों तक पानी पहुंचा रहा है.
अधिशासी अभियंता जल संस्थान आरएस लोशाली का कहना है कि मंगलवार को भारी बारिश के चलते गौला बैराज कैनाल नहर के फिल्टर को भारी नुकसान पहुंचा है. इसके अलावा फिल्टर में नदी का गंदा मलबा आ जाने से फिल्टर प्लांट बंद हो गया है. इस कारण गौला नदी से होने वाले पानी की सप्लाई नहीं हो पा रही है. विभाग द्वारा जेसीबी मशीन के माध्यम से कैनाल फिल्टर को साफ करने का काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि फिल्टर प्लांट बंद हो जाने से शहर के करीब 20 हजार से अधिक परिवारों को पीने के पानी की सप्लाई बंद हो चुकी है. ऐसे में वैकल्पिक तौर पर टैंकरो के माध्यम से उनको पीने का पानी पहुंचाया जा रहा है. क्षतिग्रस्त फिल्टर प्लांट को ठीक करने का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है.
ये भी पढ़ेंः रुद्रप्रयाग में 30 घंटे बाद खुला केदारनाथ हाईवे, देवीधार के पास लैंडस्लाइड से हो गया था बंद
आरएस लोशाली ने बताया, उम्मीद है कि दो से तीन दिन के भीतर क्षतिग्रस्त कैनाल फिल्टर को ठीक कर लिया जाएगा. इसके अलावा अतिवृष्टि के चलते कई जगह पर पेयजल लाइनें भी क्षतिग्रस्त हुई हैं जिनको ठीक करने का काम किया जा रहा है. व्यवस्थाओं को ठीक करने में अभी 4 से 5 दिन का समय लग सकता है. लोगों से अपील की गई है कि पेयजल व्यवस्था ठीक होने तक जल संस्थान का सहयोग करें.
पानी की सप्लाई के लिए जल संस्थान ने लगाए 27 टैंकर: गौला नदी का कैनाल फिल्टर क्षतिग्रस्त होने से हल्द्वानी शहर और आसपास के इलाकों में पेयजल संकट गहराने लगा है. हल्द्वानी जल संस्थान कार्यालय के बाहर टैंकरों की लंबी लाइन लगी हुई है. पेयजल आपूर्ति के लिए जल संस्थान ने 27 टैंकर लगाए हैं. उम्मीद है कि शुक्रवार सुबह तक पानी की सप्लाई चालू हो जाएगी. डीएम नैनीताल वंदना सिंह का कहना है कि फिल्टर प्लांट को रिस्टोर करने का काम किया जा रहा है.