हल्द्वानी: प्रशासन को कोरोना संकट की वजह से जहां पिछले साल हज यात्रा स्थगित करनी पड़ी थी. वहीं इस साल भी बढ़ते कोरोना संक्रमण की वजह से हज यात्रा पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं. हालांकि अभी हज यात्रा के लिए 2 से 3 महीने का समय बचा हुआ है. वहीं, हज कमेटी ऑफ इंडिया की ओर से हज यात्रा पर जाने वालों के लिए कोविड वैक्सीन लगाना अनिवार्य कर दिया गया है.
हज पर जाने वाले यात्रियों को यात्रा करने से पहले कोविड वैक्सीन के दोनों डोज के लगाए जाने का सर्टिफिकेट दिखाना होगा, तभी यात्री को हज पर जाने की अनुमति मिलेगी. बताया जा रहा है कि सऊदी अरब सरकार ने नई गाइडलाइन जारी की है, जिसके तहत हज पर आने वाले सभी यात्रियों को कोरोना वैक्सीन की रिपोर्ट दिखानी होगी.
ऐसे में उत्तराखंड हज कमेटी की ओर से हज पर जाने वाले लोगों से सरकारी अस्पतालों में कोरोना की वैक्सीन लगाने की अपील की गई है. फिलहाल, हज यात्रा में 2 महीने से अधिक का समय बचा हुआ है. हज यात्रा के लिए उड़ान जून महीने से शुरू होगी. ऐसे में उत्तराखंड हज कमेटी अभी से तैयारियां पूरी करने में जुटा हुआ है.
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वहीं, हज कमेटी के चेयरमैन शमीम आलम ने बताया है कि हज यात्रा पर जाने वाले लोगों से अपील की गई है कि सरकारी केंद्रों पर जाकर ही कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लगवाएं, जिससे हज यात्रा के दौरान उनको जाने की अनुमति मिल सके. हालांकि इस बार बढ़ते कोरोना के मामलों की वजह से हज यात्रा पर जाने वाले आवेदकों मे खासी कमी देखी गई है.
उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश से इस साल कुल 646 लोगों ने ही हज पर जाने के लिए आवेदन किया है. साल 2020 में जहां कोरोना के चलते हज यात्रा स्थगित कर दी गई थी. वहीं, साल 2019 में 3,020 लोगों ने हज पर जाने के लिए आवेदन किए थे, जिसमें 1,265 जायरीनों को हज यात्रा करने का मौका मिला था.