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दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़ा रामनगर कोतवाली का सिपाही

इस मामले की जांच सीओ पंकज गैरोला को दी गई है. सीओ पंकज गैरोला की जांच के बाद ही मामले की सच्चाई सामने आएगी.

Ramnagar Kotwali
रामनगर कोतवाली
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Published : Oct 11, 2020, 10:24 PM IST

रामनगर: शनिवार रात को रामनगर कोतवाली में उस समय अफरा-तफरी मच गई है जब पुलिस को सिपाही के अपहरण की सूचना मिली. ये जानकारी कोतवाली में तैनात होमगार्ड ने ही दी थी. हालांकि बाद में पता चला कि सिपाही का अपहरण नहीं किया गया है, बल्कि उसे दिल्ली पुलिस ने एक मामले में रामनगर से ही पकड़ा है.

जानकारी के अनुसार दिल्ली के एक अपराधी जिसका नाम परीक्षित है, जिसकी लोकेशन दिल्ली पुलिस को रामनगर में मिली थी. परीक्षित शनिवार रात को अपनी ऑडी कार से घूम रहा था, तभी गश्त कर रहे होमगार्ड ईश्वर और सिपाही कुलदीप को परीक्षित ने अपनी कार में बैठा लिया. इस बीच परीक्षित का रामनगर के लखनपुर में दिल्ली पुलिस पीछा कर रही थी. शक होने पर परीक्षित की कार में बैठे सिपाही कुलदीप ने ऑडी कार से उतरकर पीछा करने वाले व्यक्तियों से कारण पूछा तो दिल्ली पुलिस ने सिपाही कुलदीप को आरोपी का दोस्त समझकर अपनी गाड़ी में बैठा लिया.

पढ़ें- दुष्कर्म मामले में शांतिकुंज प्रमुख प्रणव पांड्या को बड़ी राहत, पुलिस ने दी क्लीन चिट

उधर परीक्षित होमगार्ड ईश्वर को रामनगर कोतवाली गेट पर छोड़कर फरार हो गया. होमगार्ड ने कोतवाली में सिपाही के अपहरण की सूचना दी तो पुलिस में हड़कंप मच गया. सिपाही की तलाश में कई टीमें लगा दी गई, लेकिन कुछ देर बाद ही दिल्ली पुलिस सिपाही कुलदीप को लेकर कोतवाली पहुंच गई. तब जाकर मामले का खुलासा हुआ. फिलहाल इस प्रकरण की जांच सीओ पंकज गैरोला कर रहे हैं.

रामनगर: शनिवार रात को रामनगर कोतवाली में उस समय अफरा-तफरी मच गई है जब पुलिस को सिपाही के अपहरण की सूचना मिली. ये जानकारी कोतवाली में तैनात होमगार्ड ने ही दी थी. हालांकि बाद में पता चला कि सिपाही का अपहरण नहीं किया गया है, बल्कि उसे दिल्ली पुलिस ने एक मामले में रामनगर से ही पकड़ा है.

जानकारी के अनुसार दिल्ली के एक अपराधी जिसका नाम परीक्षित है, जिसकी लोकेशन दिल्ली पुलिस को रामनगर में मिली थी. परीक्षित शनिवार रात को अपनी ऑडी कार से घूम रहा था, तभी गश्त कर रहे होमगार्ड ईश्वर और सिपाही कुलदीप को परीक्षित ने अपनी कार में बैठा लिया. इस बीच परीक्षित का रामनगर के लखनपुर में दिल्ली पुलिस पीछा कर रही थी. शक होने पर परीक्षित की कार में बैठे सिपाही कुलदीप ने ऑडी कार से उतरकर पीछा करने वाले व्यक्तियों से कारण पूछा तो दिल्ली पुलिस ने सिपाही कुलदीप को आरोपी का दोस्त समझकर अपनी गाड़ी में बैठा लिया.

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उधर परीक्षित होमगार्ड ईश्वर को रामनगर कोतवाली गेट पर छोड़कर फरार हो गया. होमगार्ड ने कोतवाली में सिपाही के अपहरण की सूचना दी तो पुलिस में हड़कंप मच गया. सिपाही की तलाश में कई टीमें लगा दी गई, लेकिन कुछ देर बाद ही दिल्ली पुलिस सिपाही कुलदीप को लेकर कोतवाली पहुंच गई. तब जाकर मामले का खुलासा हुआ. फिलहाल इस प्रकरण की जांच सीओ पंकज गैरोला कर रहे हैं.

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