धनौल्टी: आज पूरे देश में राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जा रहा है. इसी क्रम में हम आपको दूसरों के लिए प्रेरणा बनी शीतल के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसने हर बाधाओं को पार करके राज्यस्तर और जिलास्तर पर कई पुरस्कार अपने नाम किए हैं. शीतल थौलधार विकासखंड के मैंडखाल पगारी गांव की निवासी हैं.
मां के सपनों को साकार कर रही शीतल
स्थानीय निवासी ओम प्रकाश भट्ट ने बताया कि शीतल के पिता की मानसिक हालत ठीक नहीं है और घर की आर्थिक तंगी से जूझने के बावजूद शीतल अपनी मां के सपनों को साकार कर रही है. शीतल दो भाई बहनों में बड़ी है और मां स्कूल में भोजन माता है. उन्होंने कहा कि शीतल पढ़ाई के साथ-साथ अपने पिता और घर की जिम्मेदारी अच्छे से संभालती है.
शीतल दूसरों के लिए प्रेरणा
ओम प्रकाश भट्ट ने बताया कि शीतल पीएम श्री राजकीय इंटरमीडिएट कॉलेज मैंडखाल में कक्षा 12वीं की छात्रा है. शीतल ने कक्षा 6 से लेकर कक्षा 11 तक प्रथम स्थान हासिल किया है. कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा में भी शीतल ने 500 में से 461 (92.2प्रतिशत)अंक हासिल किए थे. शीतल आज दूसरों के लिए प्रेरणा है.
राज्य स्तरीय इंस्पायर अवार्ड से सम्मानित है शीतल
विद्यालय के शिक्षक बिजेंद्र भंडारी ने बताया कि शीतल पठन-पाठन के साथ-साथ कॉलेज में होने वाली अन्य प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन कर चुकी है. इसके अलावा शीतल विद्यालय की ओर से विभिन्न प्रतियोगिताओं में पीएम श्री राजकीय इंटरमीडिएट कॉलेज मैंडखाल का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं. उन्होंने कहा कि शीतल को राज्य स्तरीय इंस्पायर अवार्ड भी मिला है.
छात्र संसद में राष्ट्रपति की भूमिका निभा चुकी है शीतल
बिजेंद्र भंडारी ने बताया कि शीतल ने जनपद स्तरीय प्रतियोगिता में द्वितीय स्थान, ब्लॉक विज्ञान प्रतियोगिता में प्रथम स्थान, पीएम श्री योजना अंतर्गत जनपद स्तरीय विद्या/वैभव/मंथन मंडल/ डिजिटल क्वेस्ट/ डिस्कवर और लर्न लोकल साइट्स प्रतियोगिता में द्वितीय स्थान हासिल किया है. उन्होंने कहा कि एक दिन के प्रधानाचार्य बनने के साथ-साथ शीतल छात्र संसद में राष्ट्रपति की भूमिका भी निभा चुकी हैं.
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