हल्द्वानी: अमेरिका के टेक्सास प्रांत में रहने वाले 69 वर्षीय विदेशी महिला की हल्द्वानी के चोरगलिया में संदिग्ध परिस्थितियों में 21 नवंबर को मौत हो गई थी. जिला प्रशासन बेटी का यूएसए से आने का इंतजार कर रहा था. ऐसे में विदेशी मूल की मृतक महिला येवेट क्लेयर की बेटी क्रिस्टीना गुरुवार को हल्द्वानी पहुंची, जहां पुलिस और जिला प्रशासन महिला के शव को पंचनामा कर डॉक्टरों के पैनल द्वारा पोस्टमॉर्टम कराया गया.
मृतका की बेटी अपनी मां की अंतिम संस्कार जागेश्वर धाम में हिंदू रीति रिवाज के अनुसार कराने जा रही है. नायब तहसीलदार हरिश्चंद्र बुद्धिस्ट ने बताया कि विदेशी महिला येवेट क्लेयर चोरगलिया में मीनाक्षी बजेठा के घर रहती थीं, जिनकी 21 नवंबर की रात तबीयत खराब होने पर अस्पताल ले जाया गया था, जहां उनकी मौत हुई थी. पुलिस ने शव को मोर्चरी हाउस में रखा था.
येवेट क्लेयर की बेटी आज (गुरुवार) को हल्द्वानी पहुंची है, जहां पंचनामा व पोस्टमॉर्टम की कार्रवाई के बाद शव को उनके बेटी को सौंपा गया है. उन्होंने बताया कि महिला के बेटी ने अपनी मां की अंतिम संस्कार की इच्छा जागेश्वर धाम में जताई है. विदेशी महिला का पिछले कई सालों से उत्तराखंड आना जाना लगा हुआ था और यहां पर अध्यात्म से जुड़ी हुई थीं. नीम करोली महाराज और जागेश्वर धाम से भी उनकी आस्था थी.
येवेट क्लेयर का वीजा 2 दिसंबर 2024 तक वैलिड था. लेकिन इससे पहले ही महिला की मौत हो गई है. मौत का प्रथम दृष्टया मामला हार्ट अटैक बताया गया है. लेकिन मौत के सही कारणों का पता पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही पता चल सकेगा.
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बेटी क्रिस्टीना ने बताया कि उनकी मां ने मृत्यु होने पर अंतिम संस्कार हिंदू रीति रिवाज के अनुसार जागेश्वर धाम में कराने की इच्छा जताई थी. ऐसे में वो अपनी मां का अंतिम संस्कार जागेश्वर धाम में कराने जा रही हैं.
चोरगलिया निवासी मीनाक्षी बजेठा ने बताया कि मृतक येवेट क्लेयर आध्यात्मिक भारत में पीएचडी की थी. वह हिंदू धर्म और उसके आस्था का प्रचार-प्रसार में जुटी हुई थीं और उन्होंने हिंदू धर्म के आस्था पर कई किताबें भी लिखी हैं. इसके अलावा उनको कुमाऊंनी और गढ़वाली भाषा का भी काफी ज्ञान था.