रुड़की: राज्य सरकार के ड्रोन से रोजगार देने के सपने को आईआईटी रुड़की (IIT Roorkee) के वैज्ञानिक साकार करने जा रहे हैं. आईआईटी रुड़की के वैज्ञानिकों ने किसानों के लिए एक किफायती ड्रोन बनाया है. जिसके माध्यम से किसान अपने खेतों में छिड़काव व निगरानी कर सकेंगे.
11 लाख रुपए है ड्रोन की कीमत: बता दें आईआईटी रुड़की के वैज्ञानिकों ने 11 लाख रुपये की लागत वाला एक ड्रोन बनाया है, जो किसानों के खेतों की निगरानी व छिड़काव की समस्या को दूर करने में लाभदायक होगा. साथ ही ड्रोन को उड़ाने के लिए युवाओं को रोजगार भी मिलेगा. वहीं, जो किसान इस ड्रोन को खरीदने में सक्षम नहीं हैं वो इसे किराए पर लेकर भी काम करा सकेंगे.
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युवाओं के लिए फायदेमंद होगा ड्रोन: आईआईटी के शोधकर्ता छात्रों का कहना है कि वह ऑर्डर पर ड्रोन तैयार करते हैं. साथ ही इसको चलाने के लिए ट्रेनिंग भी देते हैं. उन्होंने बताया ये आधुनिक युग है. इसमें ड्रोन की ख़ास अहमियत है. यहां हर तरीके के ड्रोन बनाए जाते हैं ताकि किसी भी क्षेत्र में काम आ सकें.
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शोधकर्ता छात्रों ने कहा कि किसानों को इसका सबसे अधिक फायदा होगा. उनके स्वास्थ्य और समय की इससे बचत होगी. आईआईटी के वैज्ञानिक प्रो. कमल जैन ने बताया कि, ये आधुनिक समय का ड्रोन का है. इससे किसानों से लेकर युवाओं को रोजगार मिलेगा. उन्होंने बताया कि खेतों में पेस्टीसाइड को किसान कंधे पर लेकर चलता है या ट्रैक्टर में ले जाकर स्प्रे किया जाता है. इसमें काफी समय और मेहनत लगती है. अब इस ड्रोन टेक्नालॉजी के जरिए पानी और पेस्टीसाइड इसमें भरकर इसमें ऑटोमेटिक क्षेत्र फिक्स कर दिया जाता है कि कितने एरिया को कवर करना है. कितना और किस जगह स्प्रे करना है, उस मुताबिक ये काम करेगा.
जैन ने बताया कि अगर काम के वक्त ड्रोन के सामने कहीं रुकावट आती है तो उससे टकराएगा नहीं बल्कि अपना रास्ता बदल लेगा. उन्होंने बताया कि बड़े किसान ड्रोन की मदद ले रहे हैं जैसे गुजरात और दक्षिण भारत के कई किसान इसका इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन किसान इसे हायर भी कर सकते हैं.