रुड़की: सिविल अस्पताल में बने जन औषधि केंद्र पर आज ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नमामि बंसल ने छापा मारा. जहां पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को बड़े पैमाने पर खामियां मिली. जिसके बाद ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने मौके पर ही जन औषधि केंद्र को सील कर दिया.
दरअसल, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नमामि बंसल को पिछले लंबे समय से सिविल अस्पताल के जन औषधि केंद्र में निजी कंपनियों की दवाइयां रखने और दवाईयों की रेट लिस्ट न होने की लगातार सूचना मिल रही थी. जिसे ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने गंभीरता से लेते हुए जन औषधि केंद्र का औचक निरीक्षण किया.
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सिविल अस्पताल में बने जन औषधि केंद्र में नियमों की अनदेखी की गई थी. जिस ठेकेदार के नाम जन औषधि केंद्र आवंटित है, वो भी मौके पर नहीं मिला. केंद्र में दवाईयों की रेट लिस्ट भी नहीं लगाई गई थी. जनऔषधि केंद्र पर अधिकतर निजी कंपनियों की दवाईयों का प्रयोग किया जा रहा था.
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ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नमामि बंसल ने बताया कि पिछले साल दिसंबर में भी जनऔषधि केंद्र पर बड़े पैमाने पर खामियां मिली थी. तब जरूरी मानकों के तहत चेतावनी देकर छोड़ दिया गया था. मगर इस बार कोरोना महामारी के दौरान मरीजो की काफी भीड़ रही. इस दौरान अस्पताल में बने जन औषधि केंद्र में प्राइवेट कंपनियों की दवाइयां मिली हैं. जो नियमानुसार नहीं रखी जा सकती हैं. जिसके बाद केंद्र को सील कर दिया गया है.