हरिद्वार: धर्म नगरी के स्थानीय नागरिक इन दिनों कूड़े की समस्या से काफी परेशान हैं. इसका कारण हरिद्वार से कूड़ा उठाने वाली कंपनी केआरएल का कार्य बहिष्कार है. कार्य बहिष्कार के 23 दिन होने जा रहे हैं, लेकिन कूड़े को लेकर न ही किसी कंपनी से बात की गई और न ही कोई गंभीरता दिखा रहा है. हरिद्वार में सिर्फ आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला मेयर और कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक के बीच चल रहा है.
हरिद्वार मेयर अनीता शर्मा का आरोप है कि अधिकारी उनकी बातों को नहीं सुन रहे हैं. वहीं कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक का कहना है की यह कार्य नगर निगम का है. जिसे उन्हें प्राथमिकता से करना चाहिए. आरोप-प्रत्यारोप के कारण हरिद्वार शहर की जनता काफी परेशान हो रही है. हरिद्वार मेयर अनीता शर्मा का कहना है कि कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक के दबाव के कारण अधिकारी कोई भी कार्य मेयर के कहने पर नहीं करते हैं. उन्होंने आरोप लगाया है की कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक द्वारा सभी अधिकारियों को दबाव बनाया जाता है. मेयर की छवि खराब करने की साजिश चल रही है. लेकिन इस तरह की राजनीति ज्यादा दिन तक नहीं चलेगी.
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जल्द हरिद्वार में महाकुंभ होने जा रहा है. जिसमें लाखों करोड़ों श्रद्धालु हरिद्वार आएंगे, इसके बावजूद इस तरह की राजनीति करना काफी गलत है. उन्हें समझना चाहिए की एक महिला अपने प्रयासों से हरिद्वार में सफाई व्यवस्था को सुधारने का कार्य करना चाहती है, इसलिए निगम के कार्य में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए. कैबिनेट मंत्री व स्थानीय विधायक मदन कौशिक का कहना है कि उनके संज्ञान में ऐसा कोई विषय नहीं है. कूड़ा उठाने का कार्य नगर निगम का है. वे इस विषय पर निगम से बात करेंगे.