हरिद्वारः आगामी महाकुंभ के स्वरूप को भव्यता प्रदान करने के लिए मेला प्रशासन की तैयारियां जोरों पर है. कुंभ महापर्व में देश-दुनिया से आने वाले श्रद्धालुओं को इस बार अलग ही अनुभव मिलेगा. कुंभ मेला क्षेत्र को भारतीय परंपरा के अनुसार सजाया और संवारा जा रहा है. जबकि, गंगा किनारे के सभी महत्वपूर्ण भवन, सार्वजनिक स्थानों, दीवारों और चौक-चौराहे पर भारतीय संस्कृति और धर्म के रंग दिखाई देंगे. वहीं, ग्रीन कुंभ क्लीन कुंभ के तहत कई गंगा घाट, पार्क और चौक-चौराहे भी सजाए जा रहे हैं. जिसके तहत पार्कों में फूलों के साथ आयुर्वेदिक औषधियों के पौधे भी लगाए जा रहे हैं.
कुंभ मेला क्षेत्र को खूबसूरत बनाने के लिए मेला प्रशासन की तैयारी जारी है. हरिद्वार मेला भवन जहां से तमाम अधिकारी मेले को कंट्रोल करेंगे, उन भवनों को भव्य स्वरूप दिया जा रहा है, साथ ही तमाम उन दीवारों को भी पेंटिंग के माध्यम से सजाया जा रहा है, जो जर्जर अवस्था में थी. इसे सजा रहे चित्रकार भी काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं. चित्रकार काजल का कहना है कि वो बेहतर पेंट का इस्तेमाल कर रही हैं. जिस पर पानी का भी कोई असर नहीं होता. कुंभ को भव्य और सुंदर बनाने के लिए धार्मिक सिंबल लिए गए हैं और उसी की पेंटिंग की जा रही है.
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वहीं, कुंभ मेला अधिकारी दीपक रावत का कहना है कि कुंभ को सुंदर बनाने के लिए कई प्रोजेक्ट पर कार्य किया जा रहा है. मेला भवन के सौंदर्यीकरण के साथ ही मेला क्षेत्र के सार्वजनिक स्थल, हाईवे के पिलर समेत गंगा घाटों पर खूबसूरत पेंटिंग कराई जा रही है. साथ ही लाइटिंग के साथ चौक-चौराहों को सजाया जा रहा है. इसके लिए 32 थीम में बनाए गए हैं. इसके माध्यम से स्वच्छता, धार्मिक और देश की संस्कृति को दर्शाया गया है.
गौर हो कि इस बार ग्रीन कुंभ और क्लीन कुंभ पर खास जोर दिया जा रहा है. तमाम पार्कों और गंगा घाटों के साथ ही हाईवे से सटे खाली स्थानों पर पौधे लगाए जा रहे हैं. शनिवार को अपर कुंभ मेलाधिकारी हरवीर सिंह ने डामकोठी के पास गंगा किनारे निर्माणाधीन पार्क का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने बताया कि इस बार पार्कों में गिलोय समेत अन्य औषधीय पौधे लगाए जाएंगे.