रुड़की: पिरान कलियर में लंगर बंद होने के विरोध में धरने पर बैठे सूफी-संतों के समर्थन में विधायक फुरकान अहमद भी धरने पर बैठ गए. उन्होंने कहा कि सदियों से चले आ रहे लंगर को बंद करके प्रशासन जायरीनों और सूफियों की आस्था को ठेस पहुंचाने का काम कर रहा है. इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. हालांकि प्रशासन ने सूफी-संतों की मांगों को स्वीकार कर लिया और धरना समाप्त करा दिया.
बता दें कि कलियर में आयोजित 753वें उर्स में प्रशासन द्वारा लंगर बंद कराए जाने का फैसला लिया गया था. जिसका विधायक फुरकान अहमद ने ज्वॉइंट मजिस्ट्रेट की बैठक में भी विरोध किया था. वहीं, इसके साथ ही सूफी-संतों ने बुधवार शाम दरगाह कार्यालय पहुंचकर इसका विरोध किया और धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी.
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इसी क्रम में आज सूफी संत और बाबा दरगाह कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए. इस दौरान विधायक फुरकान अहमद ने धरने में पहुंचकर अपना समर्थन दिया. उन्होंने कहा कि यह लंगर सदियों से चला आ रहा है. बाहर से आने वाले जायरीनों की भावनाएं भी इससे जुड़ी हैं. लंगर बंद किए जाने का फैसला किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. वहीं, प्रसाशन ने सूफी संतों की मांग को स्वीकार करते हुए लंगर को शुरू करने की अनुमति दे दी है.