हरिद्वार: धर्मनगरी हरिद्वार में एक बार फिर ईटीवी भारत की खबर का असर हुआ है. खबर का संज्ञान लेने के बाद मेलाधिकारी दीपक रावत शनिवार को ललतारा पुल का निरीक्षण करने पहुंचे. दरअसल, यह पुल अब काफी जर्जर अवस्था में है. प्रशासन ने इस पुल की मरम्मत कराने की बजाय, इसकी पुताई करनी शुरू कर दी थी. इस खबर को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाया था.
पुल का निरीक्षण करने पहुंचे मेलाधिकारी दीपक रावत ने मौके पर मौजूद अधिकारियों को पुल की मरम्मत रहते करने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही पुल पर लगी, कमजोर रेलिंग को एक हफ्ते में ठीक करने के निर्देश भी पीडब्ल्यूडी को दिए हैं. बता दें, ललतारा वही पुल है, जिसमें साल 2010 में कुंभ के दौरान बड़ा हादसा हो गया था, जिसमें कई लोगों ने अपनी जान गंवाई थी.
हरिद्वार में प्रवेश करने और पेशवाई मार्ग पर पड़ने वाले मुख्य पुल ललतारा पुल के निरीक्षण के दौरान मेलाधिकारी दीपक रावत ने कहा कि पिछले कुंभ मेले के दौरान ललतारा पुल पर दुर्घटना हुई थी, जिसको देखते हुए मेरे द्वारा एक सेफ्टी ऑडिट कमेटी बनाई गई थी. इस कमेटी की संस्तुति के बाद अलग-अलग पुलों पर कार्य होने हैं, जिससे कुंभ में दुर्घटनाओं से बचा जा सके.
इसके मद्देनजर उन्होंने ललतारा पुल का निरीक्षण किया गया. ललतारा पुल की रेलिंग बहुत कमजोर है, जिसको लेकर पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को एक सप्ताह के भीतर नई और मजबूत रेलिंग लगाने के निर्देश दिए हैं, जिससे कि कुंभ मेले के दौरान दुर्घटनाओं से बचा जा सके.
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वहीं, इस मामले में स्थानीय निवासियों का कहना है की ललतारा पुल की हालत काफी खराब है. पुल की रेलिंग भी कमजोर है, जो कभी भी टूट सकती है. मेला प्रशासन को इस पुल को सही कराना चाहिए, ताकि इस बार कुम्भ मेले में कोई हादसा ना हो.