रुड़की: उत्तराखंड के प्रवेश द्वार नारसन बॉर्डर पर प्रशासन की बड़ी लापरवाही देखने को मिली है. बॉर्डर पर कई राज्यों से वाहनों का प्रवेश होता है. यहां न तो कोई सेक्टर मजिस्ट्रेट या मेडिकल टीम की कोई व्यवस्था नहीं है, जिस कारण वहां पर ड्यूटी दे रहे पुलिसकर्मी भी खतरे में काम कर रहे हैं.
आपको बता दें कि, उत्तरप्रदेश और अन्य राज्यों से आने वाले वाहनों पर उत्तराखंड में फिलहाल कोरोना वायरस के कहर की वजह से प्रतिबंध लगा हुआ है. खाद्य जैसी अतिआवश्यक सामग्री से भरे ट्रक बॉर्डर पार कर उत्तराखंड में प्रवेश कर रहे हैं, जिनमें कई प्रदेशों से ट्रक ड्राइवर और कंडक्टर उत्तराखंड में प्रवेश करते हैं, लेकिन वहां स्वास्थ्य टीम के ना होने की वजह से इन लोगों का किसी तरह का कोई परीक्षण नहीं हो रहा है, जो कि काफी हानिकारक सिद्ध हो सकता है. इस मामले में बॉर्डर की सीमा पर मौजूद पुलिस कर्मी भी किसी भी वक्त संक्रमण की चपेट में आ सकते हैं.
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वहीं, इस संबंध में एसपी देहात को अवगत कराया गया तो उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को अवगत कराया है और उम्मीद है कि जल्द ही स्वास्थ्य विभाग इस पर अमल कर वहां पर विभाग की टीम नियुक्त करेगा. लेकिन बड़ा सवाल यह खड़ा होता है कि इतनी बड़ी लापरवाही बॉर्डर पर क्यों बरती जा रही हैं, ऐसे में कोई बड़ी अनहोनी होती हैं तो उसका जिम्मेदार कौन होगा यह एक बड़ा सवाल है.