हरिद्वार: गर्मियों का सीजन शुरू होते ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार में तीर्थ यात्रा करने पहुंचते हैं. इसको देखते हुए शहर में मिलावट खोर सक्रिय हो जाते हैं. सबसे ज्यादा खपत दूध की होती है. इसलिए मिलावटी दूध बाजारों के जरिए स्थानीय जनता और यात्रियों तक पहुंचाया जाता है. मिलावट खोरी पर नकेल कसने के लिए सिटी मजिस्ट्रेट ने खाद्य सुरक्षा विभाग के साथ छापेमारी (City magistrate raids with food safety department) की. इस दौरान भारी मात्रा में नकली दूध बनाने का कच्चा माल (fake milk raw material) बरामद हुआ. जिसके बाद सिटी मजिस्ट्रेट ने दुकान के लाइसेंस निरस्तीकरण के आदेश जारी कर दिए हैं.
यात्रा सीजन को देखते हुए जिला प्रशासन ने मिलावट खोरों पर लगाम (check adulteration) लगाने के लिए कमर कस ली है. इस कड़ी में आज सिटी मजिस्ट्रेट अवधेश कुमार सिंह ने खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम के साथ कोतवाली ज्वालापुर स्थित खालसा डेयरी फार्म पर छापेमारी (Raid on Khalsa Dairy Farm in Jwalapur) की. इस दौरान टीम को दुकान में रिफाइंड ऑयल, दूध बनाने का पाउडर बरामद हुआ.
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खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने डेयरी से दूध, पनीर, मक्खन और मावा सहित अन्य उत्पादों का सैंपल लेकर टेस्टिंग के लिए लैब भेज दिया है. सिटी मजिस्ट्रेट ने कहा यात्रा सीजन शुरू होने वाला है. चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) के दौरान हरिद्वार के होटल, ढाबों में बड़ी मात्रा में डेयरी उत्पादों की सप्लाई होती है. लोगों के स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर छापेमारी की गई है. डेयरी उत्पादों को टेस्टिंग के लिए लैब भेजा गया है. सैंपल फेल होने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
लाइसेंस निरस्त करने की तैयारी: छापेमारी के दौरान प्रथम दृष्टया गड़बड़ी पाए जाने पर डेयरी का लाइसेंस निरस्त करने की खाद्य सुरक्षा विभाग तैयारी कर रहा है.