हरिद्वार/ऋषिकेश: गढ़वाल मंडल के आयुक्त रविनाथ रमन एक दिवसीय दौरे के तहत पहले हरिद्वार और फिर ऋषिकेश पहुंचे. यहां उन्होंने 2021 में होने वाले महाकुंभ को लेकर निर्माणकार्यों का जायजा लिया. हरिद्वार में रविनाथ रमन ने निर्माणाधीन कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया. साथ ही हरिद्वार के मेला नियंत्रण भवन सभागार में संबंधित अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. ऋषिकेश की बात करें तो यहां सबसे बड़ी चुनौती अतिक्रमण की वजह से हुई संकरी सड़कें नजर आई.
गढ़वाल मंडल के आयुक्त रविनाथ रमन ने निर्देश दिए हैं कि सभी विभाग कुंभ मेला 2021 हेतु अपनी कार्ययोजना मेलाधिकारी को नवम्बर के अन्त तक सौंप दें. उन्होंने कुम्भ मेले के लिए प्रस्तावित कार्यों में गुणवत्ता एवं पारदर्शिता पर विशेष बल देने के निर्देश दिए.
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रविनाथ रमन ने बताया कि पिछले कुंभ मेले में 8 करोड़ श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचे थे. इस बार 16 करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है. सबसे ज्यादा भीड़ लगभग 3.5 करोड़ श्रद्धालुओं की मुख्य वैशाखी स्नान वाले दिन होने की संभावना है. इसी को देखते हुए निर्माण कार्यों को पूरा करने के लिए निर्देशित किया गया है. साथ ही उन्होंने बताया कि सभी स्थायी निर्माण कार्यों को अगले साल सितंबर-अक्टूबर के महीने तक पूरा कर लिया जाएगा, ताकि आगे व्यवस्था बनाई जा सके.
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ऋषिकेश में संकरी सड़क सबसे बड़ी समस्या
ऋषिकेश कुंभ क्षेत्र का निरीक्षण करने पहुंचे गढ़वाल कमिश्नर डॉ रविनाथ रमन ने बताया कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत व मेला प्रसाशन की टीम चाहती है कि जिस प्रकार प्रयागराज कुंभ की ब्रांडिंग हुई है, उससे बेहतर उत्तराखंड में होने वाले 2021 हरिद्वार कुंभ की ब्रांडिंग हो. जिससे लोगों का आकर्षण और बढ़े और बड़ी संख्या में लोग कुम्भ मेले में पहुंचे. उन्होंने कहा कि इसे लेकर उन्होंने तैयारी भी शुरू कर दी है. 2021 कुम्भ की ब्रांडिंग को लेकर अधिकारियों को निर्देशित किया गया है. साथ ही लोगों से भी सुझाव मांगे जा रहे हैं, ताकि उत्तराखंड में आयोजित होने वाला कुंभ मेला ऐतिहासिक मेला हो.