हरिद्वार: पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अशोक कुमार ने हरिद्वार में महाकुंभ को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने महाशिवरात्रि (11 मार्च) पर हुए शाही स्नान की समीक्षा की. महाशिवरात्रि के शाही स्नान में पुलिस को किस तरह की दिक्कतों का सामना पड़ा और आने वाले शाही स्नानों में किन व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने जरूरत है, इस पर चर्चा की गई.
महाशिवरात्रि के शाही स्नान में करीब 27 लाख से ज्यादा श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचे थे. इसके साथ ही सात अखाड़ों ने पेशवाई निकाल कर हरकी पैड़ी पर शाही स्नान भी किया था. श्रद्धालु की भीड़ और अखाड़ों की पेशवाई समेत उनका शाही स्नान सहकुशल संपन्न हो गया था. जिससे मेला पुलिस और प्रशासन ने बड़ी राहत की सास ली थी. पहले शाही में जो खामिया सामने आई उनकी समीक्षा की गई. उन्होंने सभी सेक्टरों को अधिकारियों के वार्ता की और उनसे फीडबैक लेने के साथ ही उन्हें जरूरी-दिशा निर्देश भी दिए.
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आने वाले बड़े शाही स्नान पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है. महाशिवरात्रि का शाही स्नान रिहर्सल के रूप में था. जिसे अच्छे से संपन्न कराया गया है. भारत सरकार ने कोरोना को लेकर जो गाइडलाइन जारी की थी उसका भी पालन कराया गया था, जिसके लिए सभी व्यवस्थाएं की है. एसओपी का पालन भी कराया जाएगा.
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डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि गंगा स्नान करने वाले यात्रियों को ज्यादा पैदल न चलना पड़े इसको लेकर भी तैयारियां की जा रही है. कुंभ मेले की सुरक्षा को लेकर 30 कंपनी लगाई है, जिसमें सीएसएफ, बीएसएफ, सीआरपीएफ और आइटीबीपी है. इसके साथ ही पांच कंपनियां पीएसी की यूपी से भी आई है. जरुरत पड़ने पर और फोर्स भी बुलाई जाएगी. बैठक में सभी अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए हैं कि जमीनी स्तर पर जाकर मौके का मुआयना करें. जिससे आने वाले स्नान में किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना ना करना पड़े.