हरिद्वार: कुंभ 2021 को लेकर अखाड़ों में तैयारियां अपने अंतिम चरणों पर हैं. सभी अखाड़ों की धर्मध्वजा की तारीख नजदीक आ रही है, जिसके लिए रमता पंच अखाड़ों में पहुंच रहे हैं. इसी बीच हरिद्वार में निरंजनी अखाड़े के रमता पंच भी 25 तारीख को अखाड़े में पहुंचेंगे, जिसकी तैयारियों को लेकर निरंजनी अखाड़े के सचिव रविंद्र पुरी ने सोमवार को एसएमजेएन पीजी कॉलेज में लगने वाली छावनी का निरीक्षण किया. साथ ही प्रयागराज से आयी पेशवाई के लिए सामान का जायजा लिया.
निरंजनी अखाड़े की छावनी का निरीक्षण करते हुए अखाड़े के सचिव रवींद्र पुरी ने बताया कि आगामी 25 फरवरी को अखाड़े के रमता पंच अपनी छावनी में पहुंचेंगे. जिसके बाद 3 मार्च को छावनी से धूमधाम से पेशवाई निकलेगी. पेशवाई में अखाड़े के हजारों नागा संन्यासी और 50 से ज्यादा महामंडलेश्वर शिरकत करेंगे.
उन्होंने बताया कि पेशवाई की भव्यता को बढ़ाते हुए हेलीकाप्टर और ड्रोन से पुष्पवर्षा की जाएगी. पेशवाई के मुहूर्त के बारे में बताते हुए उन्होंने बताया कि पेशवाई 11 बजे एसएमजेएन पीजी कॉलेज से निकल कर शाम 6 बजे निरंजनी अखाड़े में करेगी प्रवेश. पेशवाई की रौनक बढ़ाने के लिए अखाड़े ने महाराष्ट्र से विशेष बैंड बुलाया है.
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अखाड़े अपने यहां आने वाले हर साधु-संत के स्वास्थ्य को लेकर भी चिंतिंत नजर आए. यहां निरंजनी अखाड़े के श्रीमहंत रविंद्र पुरी और रामरतन गिरि ने कहा कि कोविड-19 का संक्रमण काल चल रहा है. ऐसे में कुम्भ में आने वाले अखाड़े के संतों के स्वास्थ्य की देख रेख भी जरूरी है. इसलिए उन्होंने मेला प्रशासन से मांग की है कि वे उनके अखाड़े और छावनी क्षेत्र में डॉक्टरों की टीम लगाएं जो यहां आने वाले हर किसी का कोविड-19 टेस्ट करें, ताकि अखाड़े के साधु-संत और महात्मा कोविड के संक्रमण से बच सकें.