देहरादून: आज विश्व नर्सिंग दिवस है. देशभर में नर्सिंग दिवस को लेकर कई कार्यक्रम आयोजित किये गये. वहीं, राजधानी देहरादून में इसके उलट तस्वीर सामने आई है. यहां नर्सिंग अधिकारी सड़क किनारे विश्व नर्सिंग दिवस मनाते दिखाई दे रही हैं. दरअसल ये वो नर्स हैं जिन्हें कार्यमुक्त कर दिया गया है. जिसके चलते उन्हें चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग में नर्सिंग दिवस मनाने के लिए जगह नहीं मिली है.
विश्व नर्सिंग दिवस मानने के लिए तमाम नर्सिंग अधिकारी, स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत के घर के बाहर पहुंची, ताकि वो स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत के साथ विश्व नर्सिंग दिवस मना सकें, लेकिन स्वास्थ्य मंत्री धनसिंह रावत से मुलाकात ना होने के चलते यह सभी नर्स स्वास्थ्य मंत्री के घर के बाहर ही केक काटकर नर्सिंग की जननी फ्लोरेंस नाइटिंगेल का जन्मदिन मनाया.
बता दें कि हर साल 12 मई को विश्व नर्सिंग दिवस मनाया जाता है, क्योंकि नर्सों का चिकित्सा क्षेत्र में एक अहम योगदान है. वर्तमान समय में भारत उन कुछ देशों में से है, जहां नर्सों को मरीजों की देखभाल के लिए सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है, लेकिन इन तस्वीरों में सड़क किनारे केक कटती दिखाई दे रहीं. ये वो नर्स हैं जो इस समय पद विहीन, अस्पताल विहीन और सेवा विहीन हैं. इनमें ज्यादातर 55 साल से अधिक बुजुर्ग सेवानिवृत्ति नर्सिंग अधिकारी हैं.
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वरिष्ठ नर्स ने बताया कि उन्हें इसमें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है हालांकि, उनका अगले 20 दिन में रिटायरमेंट होना है. इसके बावजूद भी उन्हें कार्य मुक्त करते हुए ना ही वेतन दिया जा रहा है और ना ही कोई छुट्टी स्वीकृत हो रही है.
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