देहरादून: 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है. अयोध्या में राम लला के विराजमान होने की खुशी सभी लोग अलग-अलग तरीके से इजहार कर रहे हैं. इसी कड़ी में मां नंदा महिला रामलीला मांगल योग समिति के बैनर तले महिला पतंजलि समिति योग के साथ देवभूमि उत्तराखंड की महिलाओं ने राम लला की जन्मभूमि अयोध्या में रामलीला मंचन करके उत्तराखंड का नाम रोशन किया है.
अयोध्या में 2 जनवरी से शुरू हुई थी रामलीला: अयोध्या में 2 जनवरी से उत्तराखंड की महिलाओं ने रामलीला शुरू की थी, जिसका समापन 13 जनवरी को हो गया है. 11 दिनों तक चली इस रामलीला में पहाड़ी महिलाओं ने लोगों का मन मोह लिया.. रामलीला का मंचन करने वाली महिला कालाकारों में पशुपालक और नौकरी करने वाली महिलाएं भी शामिल थी.
सीएम योगी ने महिला कलाकारों की सराहना: रामलीला का मंचन करने वाली महिला कलाकारों की सराहना मुख्यमंत्री योगी ने की थी. वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉम (x) पर कहा था कि राम देश की आत्मा है. यह हमारे लिए गर्व की बात है कि अयोध्या में आजकल रामलीला का मंचन हो रहा है. जिसे देवभूमि के कलाकार कर रहे हैं. स्वयं उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वीकार कर चुके हैं कि देश की सर्वश्रेष्ठ रामलीला उत्तराखंड की है.
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रुद्रप्रयाग संगम से भेजा गया गंगा जल: बता दें कि राम मंदिर निर्माण की प्राण- प्रतिष्ठा में प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी जजमान के रूप में शामिल होंगे. रुद्रप्रयाग संगम से गंगा जल भेजा गया है, जिसका उपयोग प्राण- प्रतिष्ठा में किया जाएगा.
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