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आरआई आलोक गुप्ता के घर हुई डकैती का मामला, विजिलेंस को ट्रांसफर किया गया केस

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Published : Sep 22, 2020, 7:09 PM IST

मसूरी सर्कल ऑफिसर पंत की जांच में सामने आया कि करीब एक करोड़ 38 लाख रुपए की ही डकैती हुई थी. इतना ही नहीं आरआई के पास आय से अधिक संपत्ति की आशंका भी जताई गई है.

robbery case dehradun
देहरादून डीआईजी अरुण मोहन जोशी

देहरादून: आरटीओ कार्यालय देहरादून में तैनात रीजनल ट्रांसपोर्ट इंस्पेक्टर(आरआई) के घर में पिछले साल हुई करोड़ों रुपए की डकैती मामले की जांच अब विजिलेंस करेगी. विजिलेंस को ये केस ट्रांसफर किया जा रहा है. पुलिस रिपोर्ट में आय से अधिक संपत्ति की आशंका भी जताई गई है.

इस मामले में जांच अधिकारी मसूरी सर्किल ऑफिसर रिपोर्ट के आधार पर देहरादून डीआईजी द्वारा पुलिस मुख्यालय को प्रार्थना पत्र भेजा गया है. ताकि मुख्यालय स्तर से आगे की जांच विजिलेंस को सौंपी जा सकें. उधर अब तक की पुलिस जांच रिपोर्ट में आरआई के पास आय से अधिक संपत्ति होने की आशंका को भी विवेचना रिपोर्ट में जाहिर किया गया हैं. ऐसे में अगर आगे की जांच विजिलेंस द्वारा की जाती हैं तो आरआई के घर डकैती जैसी गंभीर वारदात में 1 करोड़ 38 लाख से अधिक की नकदी व संपत्ति कहां से आयी इस बात का खुलासा भी आने वाले दिनों में हो सकेगा.

आरआई आलोक गुप्ता के घर हुई डकैती का मामला.

बता दें कि पिछले साल सितंबर में अभिमन्यु क्रिकेट एकेडमी के संचालक के घर करोड़ों की डकैती हुई थी. इस मामले में पुलिस ने आधा दर्जन से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया था. आरोपियों ने पुलिस को बताया था कि उन्होंने देहरादून आरटीओ कार्यालय में तैनात आरआई आलोक गुप्ता के घर भी 1 करोड़ 38 लाख रुपए की डकैती डाली थी. हैरानी की बात ये थी कि इतनी बड़ी डकैती के बाद भी पीड़िता पक्ष ने कोई तहरीर नहीं दी थी. हालांकि बाद में मामले का खुलासा होने पर आरआई की पत्नी की शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया गया था.

पढ़ें- ट्यूशन पढ़ने गई थी कक्षा 6 की छात्रा, टीचर के पति ने किया दुष्कर्म

केस दर्ज होने के बाद आरआई आलोक गुप्ता ने जो बयान दिया था उसके मुताबिक उनके घर डेढ़ करोड़ की नहीं, बल्कि 25 से 30 लाख तक की नगदी और ज्वैलरी की डकैती हुई थी. इस मामले की जांच का जिम्मा मसूरी सर्कल ऑफिसर नरेंद्र पंत को दिया गया था.

मसूरी सर्कल ऑफिसर पंत की जांच में सामने आया कि करीब एक करोड़ 38 लाख रुपए की ही डकैती हुई थी. इतना ही नहीं आरआई के पास आय से अधिक संपत्ति की आशंका भी जताई गई है. ऐसे में आगे की जांच विजिलेंस के करने से कई खुलासे हो सकते हैं.

देहरादून डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने कहा कि सभी एंगल से मामले की जांच की जा रही है. पीड़ित पक्ष ने न सिर्फ डकैती बात को छुपाया था, बल्कि डकैती की सही रकम भी नहीं बताई थी. ऐसे में अब जांच अधिकारी द्वारा तैयार रिपोर्ट में आय से अधिक संपत्ति जैसी आशंका को भी मामले में जोड़ा गया हैं. उसी के तहत पुलिस मुख्यालय को पत्र लिख कर आगे की जांच विजिलेंस से कराने का आग्रह किया गया है.

देहरादून: आरटीओ कार्यालय देहरादून में तैनात रीजनल ट्रांसपोर्ट इंस्पेक्टर(आरआई) के घर में पिछले साल हुई करोड़ों रुपए की डकैती मामले की जांच अब विजिलेंस करेगी. विजिलेंस को ये केस ट्रांसफर किया जा रहा है. पुलिस रिपोर्ट में आय से अधिक संपत्ति की आशंका भी जताई गई है.

इस मामले में जांच अधिकारी मसूरी सर्किल ऑफिसर रिपोर्ट के आधार पर देहरादून डीआईजी द्वारा पुलिस मुख्यालय को प्रार्थना पत्र भेजा गया है. ताकि मुख्यालय स्तर से आगे की जांच विजिलेंस को सौंपी जा सकें. उधर अब तक की पुलिस जांच रिपोर्ट में आरआई के पास आय से अधिक संपत्ति होने की आशंका को भी विवेचना रिपोर्ट में जाहिर किया गया हैं. ऐसे में अगर आगे की जांच विजिलेंस द्वारा की जाती हैं तो आरआई के घर डकैती जैसी गंभीर वारदात में 1 करोड़ 38 लाख से अधिक की नकदी व संपत्ति कहां से आयी इस बात का खुलासा भी आने वाले दिनों में हो सकेगा.

आरआई आलोक गुप्ता के घर हुई डकैती का मामला.

बता दें कि पिछले साल सितंबर में अभिमन्यु क्रिकेट एकेडमी के संचालक के घर करोड़ों की डकैती हुई थी. इस मामले में पुलिस ने आधा दर्जन से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया था. आरोपियों ने पुलिस को बताया था कि उन्होंने देहरादून आरटीओ कार्यालय में तैनात आरआई आलोक गुप्ता के घर भी 1 करोड़ 38 लाख रुपए की डकैती डाली थी. हैरानी की बात ये थी कि इतनी बड़ी डकैती के बाद भी पीड़िता पक्ष ने कोई तहरीर नहीं दी थी. हालांकि बाद में मामले का खुलासा होने पर आरआई की पत्नी की शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया गया था.

पढ़ें- ट्यूशन पढ़ने गई थी कक्षा 6 की छात्रा, टीचर के पति ने किया दुष्कर्म

केस दर्ज होने के बाद आरआई आलोक गुप्ता ने जो बयान दिया था उसके मुताबिक उनके घर डेढ़ करोड़ की नहीं, बल्कि 25 से 30 लाख तक की नगदी और ज्वैलरी की डकैती हुई थी. इस मामले की जांच का जिम्मा मसूरी सर्कल ऑफिसर नरेंद्र पंत को दिया गया था.

मसूरी सर्कल ऑफिसर पंत की जांच में सामने आया कि करीब एक करोड़ 38 लाख रुपए की ही डकैती हुई थी. इतना ही नहीं आरआई के पास आय से अधिक संपत्ति की आशंका भी जताई गई है. ऐसे में आगे की जांच विजिलेंस के करने से कई खुलासे हो सकते हैं.

देहरादून डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने कहा कि सभी एंगल से मामले की जांच की जा रही है. पीड़ित पक्ष ने न सिर्फ डकैती बात को छुपाया था, बल्कि डकैती की सही रकम भी नहीं बताई थी. ऐसे में अब जांच अधिकारी द्वारा तैयार रिपोर्ट में आय से अधिक संपत्ति जैसी आशंका को भी मामले में जोड़ा गया हैं. उसी के तहत पुलिस मुख्यालय को पत्र लिख कर आगे की जांच विजिलेंस से कराने का आग्रह किया गया है.

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