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उत्तराखंड संयुक्त किसान मोर्चा ने किया PM मोदी का समर्थन, सीएम धामी ने जताया आभार

उत्तराखंड संयुक्त किसान मोर्चा के किसान अब पीएम मोदी के समर्थन में उतर आए हैं. किसान मोर्चा ने प्रदेश के किसानों से अपील की है कि वह किसी भी प्रकार का राजनीतिकरण न करें और चुनाव में मतदान कर अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें.

Sanyukt Kisan Morcha
संयुक्त किसान मोर्चा
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Published : Feb 10, 2022, 3:47 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड विधासभा चुनाव 2022 (uttarakhand assembly election 2022) में सयुंक्त किसान मोर्चा (Sanyukt Kisan Morcha, Uttarakhand)के किसान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के समर्थन में आ गए हैं. सयुंक्त किसान मोर्चा उत्तराखंड के सदस्यों का कहना है कि देश के प्रधानमंत्री ने किसानों के लिए लाए गए तीनों काले कानूनों को वापस ले लिया है, साथ ही किसान आंदोलन के दौरान जो किसान शहीद हुए थे, उन्हें भी मोदी सरकार ने मुआवजा दिया है. अब किसानों की मात्र न्यूनतम समर्थन मूल्य की मांग है, जिसके लिए उन्हें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री जल्द इस मांग को भी मान लेंगे. ऐसे में किसान मोर्चा ने प्रदेश के किसानों से अपील की है कि वह किसी भी प्रकार का राजनीतिकरण न करें और चुनाव में मतदान कर अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें.

देहरादून में सयुंक्त किसान मोर्चा के सदस्य और उत्तराखंड किसान मंच के अध्यक्ष भोपाल सिंह चौधरी ने कहा कि दिल्ली के टिकरी बॉर्डर पर हुए किसान आंदोलन में उत्तराखंड के किसानों ने भी अपनी भागीदारी निभाई थी. वहीं, इस किसान आंदोलन के समय भोपाल सिंह चौधरी ने अन्ना हजारे से भी आंदोलन की बागडोर संभालने की मांग की थी, जिस पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पत्र लिखा था. चौधरी ने कहा कि अब वह उत्तराखंड के किसानों से अपील करते हैं कि अन्य प्रदेशों की तरह यहां पर राजनीति न करें, क्योंकि जो किसानों की मांगें थी, वह मोदी सरकार ने मान ली है.

उत्तराखंड संयुक्त किसान मोर्चा ने किया PM मोदी का समर्थन

पढ़ें- 10 साल में उत्तराखंड में बढ़े 30 फीसदी मतदाता, यूपी को पछाड़ा, एसडीसी फाउंडेशन की रिपोर्ट

भोपाल सिंह चौधरी ने कहा कि पंजाब और हरियाणा में किसान नेताओ ने अपनी राजनीतिक पार्टियां बना ली हैं, लेकिन अब जब मांगे मानी जा चुकी हैं, तो देवभूमि के किसान किसी प्रकार की राजनीति प्रदेश में नहीं करेंगे. मात्र एक मांग अब प्रधानमंत्री से है कि वह किसानों की न्यूनतम समर्थन मूल्य की मांग को मान लें. चौधरी ने कहा कि उत्तराखंड में किसान नरेंद्र मोदी का समर्थन करते हैं. अन्य प्रदेशों की तरह उत्तराखंड में राजनीतिकरण नहीं होगा.

  • प्रधानमंत्री जी के किसान कल्याण भाव को देखते हुए संयुक्त किसान मोर्चा, उत्तराखण्ड ने इस चुनाव में भाजपा का समर्थन करने का आह्वान किया है, जिसके लिए मैं प्रदेश के समस्त किसान भाइयों का सहृदय आभार व्यक्त करता हूं।

    — Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) February 10, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

वहीं, सीएम पुष्कर सिंह धामी ने संयुक्त किसान मोर्चा उत्तराखंड के इस फैसले को लेकर आभार व्यक्त किया है. उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा है कि पीएम मोदी की किसान कल्याण भाव को देखते हुए जो संयुक्त किसान मोर्चा उत्तराखण्ड ने इस चुनाव में भाजपा का समर्थन करने का आह्वान किया है, जिसके लिए मैं प्रदेश के समस्त किसान भाइयों का सहृदय आभार व्यक्त करता हूं.

देहरादून: उत्तराखंड विधासभा चुनाव 2022 (uttarakhand assembly election 2022) में सयुंक्त किसान मोर्चा (Sanyukt Kisan Morcha, Uttarakhand)के किसान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के समर्थन में आ गए हैं. सयुंक्त किसान मोर्चा उत्तराखंड के सदस्यों का कहना है कि देश के प्रधानमंत्री ने किसानों के लिए लाए गए तीनों काले कानूनों को वापस ले लिया है, साथ ही किसान आंदोलन के दौरान जो किसान शहीद हुए थे, उन्हें भी मोदी सरकार ने मुआवजा दिया है. अब किसानों की मात्र न्यूनतम समर्थन मूल्य की मांग है, जिसके लिए उन्हें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री जल्द इस मांग को भी मान लेंगे. ऐसे में किसान मोर्चा ने प्रदेश के किसानों से अपील की है कि वह किसी भी प्रकार का राजनीतिकरण न करें और चुनाव में मतदान कर अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें.

देहरादून में सयुंक्त किसान मोर्चा के सदस्य और उत्तराखंड किसान मंच के अध्यक्ष भोपाल सिंह चौधरी ने कहा कि दिल्ली के टिकरी बॉर्डर पर हुए किसान आंदोलन में उत्तराखंड के किसानों ने भी अपनी भागीदारी निभाई थी. वहीं, इस किसान आंदोलन के समय भोपाल सिंह चौधरी ने अन्ना हजारे से भी आंदोलन की बागडोर संभालने की मांग की थी, जिस पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पत्र लिखा था. चौधरी ने कहा कि अब वह उत्तराखंड के किसानों से अपील करते हैं कि अन्य प्रदेशों की तरह यहां पर राजनीति न करें, क्योंकि जो किसानों की मांगें थी, वह मोदी सरकार ने मान ली है.

उत्तराखंड संयुक्त किसान मोर्चा ने किया PM मोदी का समर्थन

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भोपाल सिंह चौधरी ने कहा कि पंजाब और हरियाणा में किसान नेताओ ने अपनी राजनीतिक पार्टियां बना ली हैं, लेकिन अब जब मांगे मानी जा चुकी हैं, तो देवभूमि के किसान किसी प्रकार की राजनीति प्रदेश में नहीं करेंगे. मात्र एक मांग अब प्रधानमंत्री से है कि वह किसानों की न्यूनतम समर्थन मूल्य की मांग को मान लें. चौधरी ने कहा कि उत्तराखंड में किसान नरेंद्र मोदी का समर्थन करते हैं. अन्य प्रदेशों की तरह उत्तराखंड में राजनीतिकरण नहीं होगा.

  • प्रधानमंत्री जी के किसान कल्याण भाव को देखते हुए संयुक्त किसान मोर्चा, उत्तराखण्ड ने इस चुनाव में भाजपा का समर्थन करने का आह्वान किया है, जिसके लिए मैं प्रदेश के समस्त किसान भाइयों का सहृदय आभार व्यक्त करता हूं।

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वहीं, सीएम पुष्कर सिंह धामी ने संयुक्त किसान मोर्चा उत्तराखंड के इस फैसले को लेकर आभार व्यक्त किया है. उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा है कि पीएम मोदी की किसान कल्याण भाव को देखते हुए जो संयुक्त किसान मोर्चा उत्तराखण्ड ने इस चुनाव में भाजपा का समर्थन करने का आह्वान किया है, जिसके लिए मैं प्रदेश के समस्त किसान भाइयों का सहृदय आभार व्यक्त करता हूं.

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