देहरादून: उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं का हाल किसी से छिपा नहीं है. सरकार का लाख कोशिशों के बाद भी स्वास्थ्य व्यवस्था पटरी पर नहीं आ पा रही है, जिसका खामियाजा किसी न किसी रूप में प्रदेश की आम जनता को ही भुगतना पड़ता है. हालांकि अब स्वास्थ्य विभाग कुछ बड़े सुधार करने जा रहा है, ताकि आम जनता को सरकारी हॉस्पिटलों में बेहतर इलाज दिया जा सके है. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग अपने डॉक्टरों की एक टीम को एडमिनिस्ट्रेटिव स्किल सिखाने के लिए विदेश भेजने जा रही है.
उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक पांच फरवरी को स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत के साथ स्वास्थ्य महानिदेशालय और विभाग के कई आलाधिकारियों के अलावा कई जिलों के सीएमओ (मुख्य चिकित्सा अधिकारी) ताइवान के दौरे पर जा रहे हैं, जहां वो एडमिनिस्ट्रेटिव स्किल के गुर सीखेंगे और उसे अपने राज्य में लागू करेंगे.
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बता दें कि सरकार रोज-रोज नए प्रयास कर रही है, ताकि आम इंसान को सरकारी हॉस्पिटलों में बेहतर इलाज मिल सके, लेकिन कहीं पर विशेषज्ञों डॉक्टरों तो कहीं पर मेडिकल स्टाफ और उपकरणों की कमी के कारण मरीजों को सरकारी हॉस्पिटलों में इधर-उधर भटकना पड़ता है.
वहीं, स्वास्थ्य विभाग के ताइवान दौरे को लेकर सवाल भी खड़े किए जा रहे हैं. क्योंकि भारत में कई राज्य ऐसे हैं, जिन्होंने बेहतर स्वास्थ्य सिस्टम का नमूना पेश किया है. लेकिन उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग उन राज्यों से कुछ सीख लेने के बजाय अपने डॉक्टरों और अधिकारियों को ताइवान भेज रहा है, जिससे प्रदेश का वित्तीय बोझ भी बढ़ेगा. वहीं, स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ विनीता शाह ने बताया कि सीनियर डॉक्टर्स की टीम ताइवान जाएगी, जो वहां की एडमिनिस्ट्रेटिव स्किल को सीखकर आएगी, जिसे भविष्य में उत्तराखंड में लागू किया जाएगा.