देहरादूनः कोरोना वायरस से बचने के लिए उत्तराखंड सरकार ने भी एडवाइजरी जारी की है. खुद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग की तैयारी पूरी है और ज्यादा जानकारी के लिए राज्य स्तर पर कंट्रोल रूम बनाया गया है. जिसका टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 104 है.
हालांकि अभी तक उत्तराखंड के अंदर कोरोना वायरस से ग्रसित किसी मरीज में पुष्टि नहीं हुई है. वहीं एहतियातन सरकार ने प्रदेश के सभी स्कूलों को 31 मार्च तक बंद रखने के आदेश जारी कर दिए हैं.
कोरोना वायरस को लेकर राज्य सरकार अलर्ट मोड पर है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी कि राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग की तैयारी पूरी है.
राज्य में पर्याप्त मात्रा में आइसोलेशन फैसिलिटी और दूसरी सामग्री पूरी तरह से उपलब्ध है. चिकित्सकों और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से प्रशिक्षित किया जा चुका है. कुछ और आंकड़े देते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि भारत-नेपाल सीमा चौकियों में जनपद चंपावत के बनबसा-टनकपुर में जनपद पिथौरागढ़ धारचूल, बलुवा कोट, जौलजीवी, झुलाघाट और डयुरा में और जनपद उधम सिंह नगर के खटीमा से गुजरने वाले प्रत्येक व्यक्ति के स्वास्थ्य पर नजर रखी जा रही है.
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सीएम रावत ने कहा कि अभी तक इन स्थानों पर 22,968 लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है. जिसमें कोई भी संदिग्ध मरीज नहीं मिला. सभी स्क्रीनिंग प्वाइंट पर मेडिकल टीम एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है. मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में एयरपोर्ट देहरादून, पंतनगर और पिथौरागढ़ में स्वास्थ्य विभाग की ओर से यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा रही हैं. अभी तक 40,508 लोगों की जांच में कोई भी व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं मिला है.
सीएम रावत ने कहा कि 31 दिसंबर 2019 के बाद से चीन और अन्य देशों से आने वाले यात्रियों की सूची समय-समय पर भारत सरकार की ओर से राज्य सरकार को दी जा रही है. वर्तमान तक 526 लोगों की सूची प्राप्त हुई है. सूची में से 351 लोग निगरानी के 28 दिन की अवधि पूरी कर चुके हैं.
हालांकि उत्तराखंड से 17 लोगों के सैंपल जांच के लिये भेजे जा चुके हैं. जिसमें से 12 की रिपोर्ट निगेटिव पाई गई है. जबकि 5 की रिपोर्ट आनी बाकी है. राज्य में कुल 337 आइसोलेटेड बेड की व्यवस्था है.