मसूरी: नगर पालिका द्वारा मसूरी झूलाघर से झूला हटाये जाने का कुछ लोगों ने जमकर विरोध किया. नवीन रस्तोगी द्वारा लगाए गए झूले को मसूरी नगर पालिका प्रशासन ने भारी पुलिस बल के बीच हटा दिया. कांग्रेस नेता मेघ सिंह कंडारी और मसूरी व्यापार मंडल अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने झूला हटाये जाने को लेकर जमकर बवाल किया. उन्होंने कहा कि पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता की शह पर झूले को हटाया जा रहा है. हाल ही में झूलाघर में झूले का टेंडर लेने वाले लोगों ने भी जमकर गुंडई की, जो दुर्भाग्यपूर्ण है.
उन्होंने बताया कि 7 साल पहले पूर्व पालिकाध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल ने झूलाघर के विस्तारीकरण और सौंदर्यीकरण के नाम पर झूले को हटा दिया था. मल्ल ने झूला स्वामी नवीन रस्तोगी को आश्वासन दिया था कि झूलाघर के सौंदर्यीकरण और विस्तारीकरण के बाद झूला लगा दिया जाएगा, लेकिन नगर पालिका ने सभी नियमों का उल्लंघन करते हुए झूलाघर पर झूला लगाने और 15 साल तक संचालित करने के लिए टेंडर कर पालिकाध्यक्ष के खास लोगों को दे दिया.
उन्होंने कहा कि पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता ने दोहरी राजनीति कर लोगों को आपस में लड़ाने का काम किया है और मसूरी के शांत माहौल को खराब किया जा रहा है. पूर्व में नवीन रस्तोगी ने यहां पर झूला स्थापित किया था. वह पालिका को झूले को संचालित करने को लेकर लगातार शुल्क भी दे रहे हैं. पालिकाध्यक्ष अपने कुछ लोगों के साथ मिलकर झूला लगाने के नाम पर एक बड़ा खेल खेल रहे हैं.
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उन्होंने कहा कि झूलाघर पर झूला नवीन रस्तोगी द्वारा ही लगाया जायेगा. अगर ऐसा नहीं होता तो वह पालिका के खिलाफ उग्र आंदोलन करेंगे. वह न्यायालय का भी दरवाजा खटखटाएंगे. जिन लोगों ने झूलाघर में झूला लगाने को टेंडर लिया है, उनके द्वारा खुलेआम गुंडागर्दी की गई है. जो बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने पुलिस प्रशासन पर भी आरोप लगाए कि जिस तरीके से वहां पर कुछ लोग द्वारा गुंडागर्दी की जा रही थी, उस समय पुलिस प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई. उन्होंने कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी से मसूरी के माहौल को खराब करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया.
झूला स्वामी नवीन रस्तोगी ने कहा कि पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता के मौखिक आदेशों के बाद उनके द्वारा पूर्व में स्थापित झूले को लगाया गया, लेकिन कुछ लोगों और नगर पालिका की टीम ने नियमों का उल्लंघन कर झूले को बलपूर्वक हटा दिया. साथ ही इन लोगों ने उनके और उनकी पत्नी के साथ अभद्रता भी की. उनके दादा जी ने इस झूले को लगाया गया था. कोर्ट से भी उनको झूला लगाने की अनुमति है, लेकिन पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता ने षड्यंत्र के तहत उनके झूले को हटाया दिया. जिसके खिलाफ वह न्यायालय की शरण में जायेंगे.
मसूरी नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी राजेश नैथानी ने कहा कि झूलाघर पर झूला लगाए जाने का अधिकार नगरपालिका का है. ऐसे में बिना नगरपालिका के अनुमति के किसी ने रातों-रात झूला लगा दिया. जो नियम विरुद्ध है. इसको लेकर उन्होंने पुलिस बल के साथ झूले को हटाया है. वहीं, झूला लगाने वाले के खिलाफ पुलिस में शिकायत भी की और नियमानुसार कार्रवाई करने की मांग की है.