देहरादून: कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल सौदे को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए 'चौकीदार चोर है' का नारा दिया था. इस मामले में खुद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी कानूनी पेंच में फंसते नजर आ रहे हैं, जिसकी वजह यह है कि अपनी राजनीति की साख को बचाने के लिए राहुल सुप्रीम कोर्ट से सीधे तौर पर माफी मांगने से बचते नजर आ रहे है.
दरअसल, मंगलवार को उच्चतम न्यायालय में अवमानना मामले पर सुनवाई हुई. अदालत में राहुल ने जो हलफनामा दायर किया, उसकी भाषा पर न्यायालय ने नाराजगी जाहिर की है. कोर्ट ने पूछा कि क्या खेद जताने के लिए 22 पेज का हलफनामा दिया जाता है? इसके बाद राहुल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने अपने मुवक्किल की तरफ से माफी मांगी.
इस मामले के बाद मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने माफी मांगने की स्थिति स्पष्ट कर दी है कि राहुल गांधी को लिखित रूप से माफीनामा पेश करना होगा. वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के माफी मांगने के सवाल पर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि अब जनता को देखना है कि राहुल गांधी को कितना माफ करती है. लोकतंत्र का यह निर्णय जनता पर छोड़ देना चाहिए.