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शिक्षकों के पद भरने के लिए छात्र-छात्राओं ने की तालाबंदी, आमरण अनशन की दी चेतावनी

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Published : Oct 25, 2019, 10:44 AM IST

Updated : Oct 25, 2019, 1:25 PM IST

तलवाड़ी स्थित महाविद्यालय के छात्रसंघ पदाधिकारी और आंदोलनरत छात्र छात्राओं ने कहा कि वे कई बार शासन-प्रशासन के सामने अपनी मांगों को रख चुके हैं. लेकिन लगातार गुहार लगाने और पत्राचार के बावजूद भी समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं. जिसका नतीजा है कि छात्र संख्या बढ़ने की बजाए हर साल घटती जा रही है. जिसके लेकर छात्र-छात्राएं लगातार तीन दिनों से लगातार आंदोलन कर रहे हैं.

विरोध प्रदर्शन करते छात्र-छात्राएं

देहरादून: चमोली जिले के तलवाड़ी स्थित राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय शिक्षकों की कमी से जूझ रहा है. जिसके लिए छात्र-छात्राएं पिछले तीन दिनों से लगातार अपनी मांगों को लेकर धरना दे रहे हैं. बीते रोज विद्यार्थियों द्वारा महाविद्यालय में तलाबंदी कर उच्च शिक्षा मंत्री का पुतला फूंका गया. इसके साथ ही उन्होंने जल्द ही मांगें पूरा ना होने पर आमरण अनशन की चेतावनी दी है.

शिक्षकों के पद भरने के लिए छात्र-छात्राओं ने की तालाबंदी

राजकीय स्नात्तकोत्तर महाविद्यालय तलवाड़ी में लंबे समय से रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान, राजनीति विज्ञान, हिंदी और संस्कृत जैसे विषयों के लिए अध्यापक नहीं है. आलम यह है कि महाविद्यालय में स्थायी प्राचार्य की नियुक्ति तक नहीं की गई है. ऐसे में अगर विद्यालय प्रशासन को एक पेन तक खरीदनी होती है, तो इसके लिए महाविद्यालय के प्रशासनिक स्टॉफ को वित्तीय स्वीकृति के लिए लगभग 60 किमी दूर बागेश्वर जाना पड़ता है.

इसके साथ ही स्नातक स्तर पर भूगोल विषय की स्वीकृति मिलने के बावजूद पिछले 4 सालों में अभी तक भूगोल विषय नहीं खुल पाया है. छात्र-छात्राओं की मांग है कि स्नातकोत्तर में समाजशास्त्र, इतिहास और भूगोल जैसे विषयों को पढ़ाया जाए. साथ ही तीन सालों से बंद पड़े भवन निर्माण कार्य को भी दोबारा से शुरू करवाया जाए.

पढे़ं- सोशल मीडिया पर छलका हरदा का दर्द, नेता प्रतिपक्ष बोलीं- कांग्रेस उनके साथ

महाविद्यालय के छात्रसंघ पदाधिकारी और आंदोलनरत छात्र छात्राओं ने कहा कि वे कई बार शासन-प्रशासन के सामने अपनी मांगों को रख चुके हैं. लेकिन लगातार गुहार लगाने और पत्राचार के बावजूद भी समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं. जिसका नतीजा है कि छात्र संख्या बढ़ने की बजाए हर साल घटती जा रही है. छात्र नेताओं ने कहा कि यदि अब भी सरकार उनकी समस्याओं का जल्द समाधान नहीं करती है तो वे आमरण अनशन तक करेंगे. बता दे कि चमोली जिले के थराली विधानसभा के तहत तलवाड़ी स्थित एकमात्र राजकीय स्नात्तकोत्तर महाविद्यालय में थराली, देवाल और नारायणबगड़ तीनों ब्लॉकों से छात्र-छात्राएं पढ़ने आते हैं.

वहीं महाविद्यालय की प्रभारी प्राचार्य डॉ. प्रतिभा आर्य ने बताया कि विद्यालय में कई शिक्षकों के पद खाली हैं. साथ ही स्थायी प्राचार्य का पद भी लंबे समय से रिक्त चल रहा है. जिसकी वजह से छात्र-छात्राओं के पठन पाठन में दिक्कतें हो रही हैं. उन्होंने कहा कि छात्रों की मांगें जायज हैं, लेकिन उन मांगों को मनवाने के लिए तालाबंदी से पढ़ाई के साथ-साथ अन्य कार्य भी ठप पड़े हुए हैं. वहीं मौके पर पहुंचे उपनिरीक्षक ग्वालदम चौकी आशीष रवियन ने कहा कि छात्रों और प्राचार्य के बीच बातचीत हो रही है. जल्द ही तालाबंदी खुलवाने का प्रयास किया जा रहा है.

देहरादून: चमोली जिले के तलवाड़ी स्थित राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय शिक्षकों की कमी से जूझ रहा है. जिसके लिए छात्र-छात्राएं पिछले तीन दिनों से लगातार अपनी मांगों को लेकर धरना दे रहे हैं. बीते रोज विद्यार्थियों द्वारा महाविद्यालय में तलाबंदी कर उच्च शिक्षा मंत्री का पुतला फूंका गया. इसके साथ ही उन्होंने जल्द ही मांगें पूरा ना होने पर आमरण अनशन की चेतावनी दी है.

शिक्षकों के पद भरने के लिए छात्र-छात्राओं ने की तालाबंदी

राजकीय स्नात्तकोत्तर महाविद्यालय तलवाड़ी में लंबे समय से रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान, राजनीति विज्ञान, हिंदी और संस्कृत जैसे विषयों के लिए अध्यापक नहीं है. आलम यह है कि महाविद्यालय में स्थायी प्राचार्य की नियुक्ति तक नहीं की गई है. ऐसे में अगर विद्यालय प्रशासन को एक पेन तक खरीदनी होती है, तो इसके लिए महाविद्यालय के प्रशासनिक स्टॉफ को वित्तीय स्वीकृति के लिए लगभग 60 किमी दूर बागेश्वर जाना पड़ता है.

इसके साथ ही स्नातक स्तर पर भूगोल विषय की स्वीकृति मिलने के बावजूद पिछले 4 सालों में अभी तक भूगोल विषय नहीं खुल पाया है. छात्र-छात्राओं की मांग है कि स्नातकोत्तर में समाजशास्त्र, इतिहास और भूगोल जैसे विषयों को पढ़ाया जाए. साथ ही तीन सालों से बंद पड़े भवन निर्माण कार्य को भी दोबारा से शुरू करवाया जाए.

पढे़ं- सोशल मीडिया पर छलका हरदा का दर्द, नेता प्रतिपक्ष बोलीं- कांग्रेस उनके साथ

महाविद्यालय के छात्रसंघ पदाधिकारी और आंदोलनरत छात्र छात्राओं ने कहा कि वे कई बार शासन-प्रशासन के सामने अपनी मांगों को रख चुके हैं. लेकिन लगातार गुहार लगाने और पत्राचार के बावजूद भी समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं. जिसका नतीजा है कि छात्र संख्या बढ़ने की बजाए हर साल घटती जा रही है. छात्र नेताओं ने कहा कि यदि अब भी सरकार उनकी समस्याओं का जल्द समाधान नहीं करती है तो वे आमरण अनशन तक करेंगे. बता दे कि चमोली जिले के थराली विधानसभा के तहत तलवाड़ी स्थित एकमात्र राजकीय स्नात्तकोत्तर महाविद्यालय में थराली, देवाल और नारायणबगड़ तीनों ब्लॉकों से छात्र-छात्राएं पढ़ने आते हैं.

वहीं महाविद्यालय की प्रभारी प्राचार्य डॉ. प्रतिभा आर्य ने बताया कि विद्यालय में कई शिक्षकों के पद खाली हैं. साथ ही स्थायी प्राचार्य का पद भी लंबे समय से रिक्त चल रहा है. जिसकी वजह से छात्र-छात्राओं के पठन पाठन में दिक्कतें हो रही हैं. उन्होंने कहा कि छात्रों की मांगें जायज हैं, लेकिन उन मांगों को मनवाने के लिए तालाबंदी से पढ़ाई के साथ-साथ अन्य कार्य भी ठप पड़े हुए हैं. वहीं मौके पर पहुंचे उपनिरीक्षक ग्वालदम चौकी आशीष रवियन ने कहा कि छात्रों और प्राचार्य के बीच बातचीत हो रही है. जल्द ही तालाबंदी खुलवाने का प्रयास किया जा रहा है.

Intro:हर माँ बाप का अपने बच्चे को लेकर एक सपना होता है कि उनका बच्चे बड़े होकर पढ लिख कर समाज मे एक अच्छा मुकाम हासिल कर सकें और अपने इस सपने को पूरा करने के लिए मां बाप जी जान न्यौछावर कर देते हैं लेकिन उत्तराखंड के चमोली जिले के थराली में उत्तराखंड सरकार हर उस मां बाप के सपने का गला घोंटने में लगी है जो अपने बच्चो के भविष्य को लेकर चिंतित हैं दरसल पढ़ाई के लिए आये ये बच्चे इन दिनों अपने बेहतर भविष्य, अच्छी शिक्षा के लिए आंदोलन की राह पर चल पड़े हैं
जी हां हम बात कर रहे हैं थराली विधानसभा के अंतर्गत तलवाड़ी स्थित एकमात्र राजकीय स्नात्तकोत्तर महाविधालय की जहां थराली देवाल, नारायणबगड़ तीनो ब्लॉकों से हर रोज बच्चे पढ़ने आते हैं लेकिन शिक्षको की कमी से आये दिन पठन पाठन में व्यवधान होता है ,शासन प्रशासन से लगातार अपनी मांगो को मुखर करने के बावजूद भी अब तक इन छात्रों की मांगे पूरी न हो सकी लिहाजा अंतिम विकल्प के तौर पर छात्र छात्राओं ने आनदोलन की राह पकड़ ली ,लगातार 3 दिनों से आंदोलन कर रहे छात्र छात्राओं ने आज महाविद्यालय में तालाबंदी कर ,उच्च शिक्षा मंत्री का पुतला दहन भी किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की

दरसल ये कोई पहली बार नही है ।इससे पहले भी लगातार राजकीय महाविद्यालय तलवाड़ी के छात्र छात्राये अपनी मांगों के लिए आन्दोलन यहां तक कि आमरण अनशन तक कर चुके हैं।लेकिन शायद 3 साल की डबल इंजन सरकार और सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री पर न तो छात्रों के आंदोलन से कोई फर्क पड़ता है न ही खबरों से, नतीजा ये है कि छात्रों का आनदोलन आज भी उन्हीं समस्याओ के लिए है जिन मुद्दों के लिए इससे पहले के छात्र छात्राओं ने आमरण अनशन तक किये थे ,आपको बता दे कि शिक्षको की कमी और विषयो की उपलब्धता न होने से आज भी अधिकांश छात्र छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए नजदीकी तलवाड़ी की बजाय श्रीनगर ओर देहरादून का रुख करना पड़ता है लेकिन न तो स्थानीय जनप्रतिनिधियों ओर न ही क्षेत्रीय विधायक ये जहमत उठाने को तैयार है कि इन आंदोलनरत छात्र छात्राओं से मुलाकात कर इनकी मांगो के निस्तारण के लिए कोई रास्ता निकाल सके Body:राजकीय स्नात्तकोत्तर महाविद्यालय तलवाड़ी में लंबे समय से रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान, राजनीति विज्ञान, हिंदी और संस्कृत जैसे विषयों में अध्यापक ही नही है तो भला बच्चे पढ़ेंगे क्या हालत ऐसे हैं कि महाविद्यालय में स्थायी प्राचार्य की तक नियुक्ति नहीं है ऐसे में अगर विद्यालय प्रशासन को एक पेन तक खरीदनी हो तो इसके लिए महाविद्यालय के प्रशासनिक स्टाफ को यहां से लगभग 60 किमी दूर बागेश्वर केवल वित्तीय स्वीकृति के लिए जाना होता है। महाविद्यालय में प्रभारी प्राचार्य तो बना दिये गए लेकिन वित्तीय शक्तियों से विहीन प्रभारी प्राचार्य महाविद्यालय के लिए एक पेन तो दूर एक कागज तक नही खरीद सकते इसके साथ ही स्नातक स्तर पर भूगोल विषय की स्वीकृति मिलने के बावजूद भी पिछले 4 साल में अभी तक भूगोल विषय नहीं खुल पाया है ,छात्र छात्राओं की अन्य मांगों में स्नातकोत्तर में समाजशास्त्र ,इतिहास, ओर भूगोल जैसे विषयों की मांग,ncc ,msc और b com की कक्षायें खुलवाने के साथ ही 3 वर्षो से बंद पड़े भवन निर्माण कार्य को दोबारा से शुरू करवाना है छात्र छात्राओं की माने तो उनके अनुसार वे लगातार बार बार शासन प्रशासन के सम्मुख अपनी मांगों को रख चुके हैं बावजूद इसके अभी तक भी उनकी मांगे पूरी न हो सकी लिहाजा छात्र छात्राओं को मजबूरी में आंदोलन की राह पकड़नी पड़ी

महाविधालय के छात्रसंघ पदाधिकारी ओर आंदोलनरत छात्र छात्राओं ने कहा कि लगातार शासन प्रशासन से गुहार लगाने और पत्राचार के बावजूद भी अभी महाविद्यालय की समस्याएं जस की तस हैं जिसका नतीजा है कि छात्र संख्या बढ़ने की बजाए हर वर्ष घटती जा रही है छात्र नेताओं ने कहा कि यदि अब भी सरकार उनकी समस्याओं का शीघ्र निस्तारण नहीं करती है तो वे आमरण अनशन तक करेंगे

Byte-गरिमा भारद्वाज अध्यक्ष छात्रसंघConclusion:कृष्णा सिंह छात्र महासंघ महासचिव

वहीं महाविद्यालय की प्रभारी प्राचार्य डॉ प्रतिभा आर्य ने बताया कि विद्यालय में कई शिक्षको के पद रिक्त हैं यहाँ तक कि स्थायी प्राचार्य का पद भी लंबे समय से रिक्त चल रहा है जिसकी वजह से छात्र छात्राओं के पठन पाठन में भी दिक्कते हो रही हैं साथ ही उन्होंने कहा कि छात्रों की मांगे जायज है लेकिन उन मांगो को मनवाने के लिए तालाबंदी से पठन पाठन के साथ साथ अन्य कार्य भी ठप पड़े हैं

Byte-प्रतिभा आर्या प्रभारी प्रधानाचार्य

वहीं मौके पर पहुंचे उपनिरीक्षक ग्वालदम चौकी आशीष रवियन ने कहा कि छात्रों और प्राचार्य के बीच बातचीत हो रही है जल्द ही तालाबंदी खुलवाने का प्रयास किया जा रहा है।
Last Updated : Oct 25, 2019, 1:25 PM IST
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