देहरादून: साइबर ठगी के बढ़ते के मामलों के बाद अब एसटीएफ बैंकों पर भी शिकंजा कसने जा रही है. हाल में हुए उत्तराखंड के सबसे बड़े धोखाधड़ी पावर बैंक एप मामले में बैंकों की संलिप्तता या फिर लापरवाही पाई गई थी. जिसके बाद एसटीएफ ने यूजर पे, पेटीएम और पेयू को नोटिस भेजा. इसमें पेटीएम और पेयू को नोटिस भेजकर देहरादून बुलाया गया है.
इनके द्वारा सोमवार को देहरादून पहुंचने के लिए स्वीकृति दी गई है. साथ ही आने वाले समय में गेटवे और वॉलेट जो केवाईसी के नियम को पूरा नहीं कर रहे हैं उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.
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अभी हाल में ही 360 करोड़ से अधिक का पावर बैंक एप घोटाले के मामले में देखा गया कि कुछ वॉलेट और कुछ गेटवे हैं जिनके द्वारा केवाईसी के साथ अन्य जानकारियां नहीं ली गईं. यहां करोड़ों रुपए एक दिन के अंदर ट्रांसफर किये गये. इस सम्बंध में यूजर पे, पेटीएम और पेयू को नोटिस भेजा गया था. इसमें पेटीएम और पेयू को नोटिस भेजकर देहरादून बुलाया गया है. उनके द्वारा सोमवार को यहां पहुंचने के लिए स्वीकृति दे दी गई है. यहां पर आने के बाद इनसे पूछताछ की जाएगी. करोड़ों रुपए के ट्रांजेक्शन, एकाउंट वेरिफाई को लेकर उनसे जानकारी मांगी जाएगी.
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बताया गया कि बैंक एक बहुत बड़ी अथॉरिटी है जहां पर लाखों-करोड़ों का ट्रांजेक्शन होता है, जिसमें लोगों का विश्वास होता है. उसमें अगर कोई बैंक प्रबंधक या फिर अन्य कर्मचारी लापरवाही कर रहा है, या फिर उसकी संलिप्तता है तो उसके खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया जाता है. साथ ही आरबीआई और फाइनेंशियल इन्वेस्टिगेशन यूनिट जो दिल्ली में है, इनके साथ कोऑर्डिनेशन नेशनल फोरम पर काम शुरू हो गया है.
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एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कुछ बैंक और वॉलेट हैं जो लापरवाही बरत रहे हैं. बैंक खाता देते समय धारकों का वेरिफिकेशन नहीं कर रहे हैं. अभी तक इस तरह के मामलों में बैंकों की सीधी संलिप्तता तो नहीं आई है, लेकिन कहीं न कही इस तरह की लापरवाही सामने आ रही है, जिससे साइबर ठगों को फायदा हो रहा है.