ETV Bharat / state

नरेंद्र गिरि के निधन पर नेताओं के साथ संत समाज ने जताया शोक, बताया अपूरणीय क्षति

महंत नरेंद्र गिरि के निधन की खबर के बाद नेताओं के साथ संत समाज ने शोक जताया है.

sant-samaj-expressed-grief-along-with-the-leaders-on-the-death-of-mahant-narendra-giri
महंत नरेंद्र गिरी का निधन पर नेताओं के साथ संत समाज ने जताया शोक
author img

By

Published : Sep 20, 2021, 8:49 PM IST

Updated : Sep 20, 2021, 10:15 PM IST

देहरादून: प्रयागराज में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि (Narendra Giri Death) की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है. उनका शव फांसी के फंदे से लटकता पाया गया. महंत नरेंद्र गिरि के निधन की खबर के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत तमाम बड़े नेताओं ने दुख जताया है. संत समाज भी इस खबर के बाद से ही सकते में हैं. बाबा रामदेव ने नरेंद्र गिरि के निधन को संत समाज के लिए अपूरणीय क्षति बताया है. महंत नरेंद्र गिरि की मौत पर सीएम धामी समेत प्रदेश के कई अन्य नेताओं ने शोक प्रकट किया है.

आचार्य नरेंद्र गिरि की मौत पर सीएम धामी ने ट्वीट करते हुए लिखा 'अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष परम पूज्य महंत नरेंद्र गिरि जी महाराज के असामयिक देहावसान की सूचना से स्तब्ध हूं, परमपिता परमेश्वर से प्रार्थना है कि उन्हें अपने श्री चरणों में यथोचित स्थान प्रदान करें.

किशोर उपाध्याय ने भी महंत नरेंद्र गिरि के निधन पर दुख जताया है. उन्होंने लिखा 'अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रद्धेय नरेन्द्र गिरि जी के निधन का स्तब्ध करने वाला दुःखद समाचार प्राप्त हुआ है, दशकों से उनका स्नेहपूर्ण आशीर्वाद प्राप्त होता रहा, लगता है, जैसे एक अभिभावक नहीं रहा, अध्यात्म जगत के सूर्य को , अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि.

पढ़ें-दिव्य और भव्य कुंभ के ध्वजवाहक बने थे महंत नरेंद्र गिरि, देवभूमि से था गहरा लगाव

वहीं, बाबा रामदेव ने भी ट्वीट करते हुए महंत नरेंद्र गिरि के निधन को बड़ी क्षति बताया है. बाबा रामदेव ने लिखा' पूज्य महंत नरेंद्र गिरि जी महाराज की रहस्यमयी मौत से सनातन संस्कृति की अपूरणीय क्षति हुई है. वे कभी हार न मानने वाले एक वीर, पराक्रमी, योद्धा सन्यासी थे,इस पूरे घटनाक्रम की प्रामाणिक और निष्पक्ष जांच होनी चाहिए.

महंत नरेंद्र गिरी का निधन पर नेताओं के साथ संत समाज ने जताया शोक

पढ़ें- अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि की संदिग्ध हालात में मौत, आखिरी रहा हरिद्वार कुंभ, संतों में शोक

आचार्य बालकृष्ण ने भी महंत नरेंद्र गिरि के निधन पर शोक संवेदना प्रकट की है. उन्होंने लिखा' पूज्यपाद नरेन्द्र गिरि जी महाराज धर्म व आध्यात्मिक जगत और संत समाज की बुलंद आवाज थे, उनका असामयिक निधन राष्ट्र की धर्मसत्ता के लिए अपूरणीय क्षति और वेदनापूर्ण आघात है, उनके निधन के पीछे के कारणों और तथ्यों की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए.

पढ़ें- हरिद्वार कुंभ कोविड फर्जी टेस्टिंग मामले में सुनवाई, HC ने राज्य सरकार से मांगा जवाब

संदिग्ध परिस्थितियों में मौत: बता दें अल्लापुर स्थित बाघंबरी गद्दी के कमरे से महंत नरेंद्र गिरी का शव फंदे से लटका पाया गया. पुलिस (Prayagraj Police) ने मौके पर पहुंचकर उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. घटना की खबर मिलते ही भारी पुलिस बल और आला अधिकारी मौके पर पहुंचे. जिसके बाद मठ के लोगों से पूछताछ की गई.

देहरादून: प्रयागराज में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि (Narendra Giri Death) की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है. उनका शव फांसी के फंदे से लटकता पाया गया. महंत नरेंद्र गिरि के निधन की खबर के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत तमाम बड़े नेताओं ने दुख जताया है. संत समाज भी इस खबर के बाद से ही सकते में हैं. बाबा रामदेव ने नरेंद्र गिरि के निधन को संत समाज के लिए अपूरणीय क्षति बताया है. महंत नरेंद्र गिरि की मौत पर सीएम धामी समेत प्रदेश के कई अन्य नेताओं ने शोक प्रकट किया है.

आचार्य नरेंद्र गिरि की मौत पर सीएम धामी ने ट्वीट करते हुए लिखा 'अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष परम पूज्य महंत नरेंद्र गिरि जी महाराज के असामयिक देहावसान की सूचना से स्तब्ध हूं, परमपिता परमेश्वर से प्रार्थना है कि उन्हें अपने श्री चरणों में यथोचित स्थान प्रदान करें.

किशोर उपाध्याय ने भी महंत नरेंद्र गिरि के निधन पर दुख जताया है. उन्होंने लिखा 'अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रद्धेय नरेन्द्र गिरि जी के निधन का स्तब्ध करने वाला दुःखद समाचार प्राप्त हुआ है, दशकों से उनका स्नेहपूर्ण आशीर्वाद प्राप्त होता रहा, लगता है, जैसे एक अभिभावक नहीं रहा, अध्यात्म जगत के सूर्य को , अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि.

पढ़ें-दिव्य और भव्य कुंभ के ध्वजवाहक बने थे महंत नरेंद्र गिरि, देवभूमि से था गहरा लगाव

वहीं, बाबा रामदेव ने भी ट्वीट करते हुए महंत नरेंद्र गिरि के निधन को बड़ी क्षति बताया है. बाबा रामदेव ने लिखा' पूज्य महंत नरेंद्र गिरि जी महाराज की रहस्यमयी मौत से सनातन संस्कृति की अपूरणीय क्षति हुई है. वे कभी हार न मानने वाले एक वीर, पराक्रमी, योद्धा सन्यासी थे,इस पूरे घटनाक्रम की प्रामाणिक और निष्पक्ष जांच होनी चाहिए.

महंत नरेंद्र गिरी का निधन पर नेताओं के साथ संत समाज ने जताया शोक

पढ़ें- अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि की संदिग्ध हालात में मौत, आखिरी रहा हरिद्वार कुंभ, संतों में शोक

आचार्य बालकृष्ण ने भी महंत नरेंद्र गिरि के निधन पर शोक संवेदना प्रकट की है. उन्होंने लिखा' पूज्यपाद नरेन्द्र गिरि जी महाराज धर्म व आध्यात्मिक जगत और संत समाज की बुलंद आवाज थे, उनका असामयिक निधन राष्ट्र की धर्मसत्ता के लिए अपूरणीय क्षति और वेदनापूर्ण आघात है, उनके निधन के पीछे के कारणों और तथ्यों की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए.

पढ़ें- हरिद्वार कुंभ कोविड फर्जी टेस्टिंग मामले में सुनवाई, HC ने राज्य सरकार से मांगा जवाब

संदिग्ध परिस्थितियों में मौत: बता दें अल्लापुर स्थित बाघंबरी गद्दी के कमरे से महंत नरेंद्र गिरी का शव फंदे से लटका पाया गया. पुलिस (Prayagraj Police) ने मौके पर पहुंचकर उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. घटना की खबर मिलते ही भारी पुलिस बल और आला अधिकारी मौके पर पहुंचे. जिसके बाद मठ के लोगों से पूछताछ की गई.

Last Updated : Sep 20, 2021, 10:15 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.