देहरादून: उत्तराखंड शासन अधिकारियों की लापरवाही के खिलाफ पूरी तरह से सख्त नजर आ रहा है. दरअसल, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पहले भी कई बार अधिकारियों को लापरवाही न बरतने के संकेत दे चुके हैं. वहीं, सिंचाई के विभाग के अधिशासी अभियंता सुरेश पाल को लापरवाही बरतना महंगा पड़ गया है. सिंचाई सचिव हरीश चंद्र सेमवाल (Irrigation Secretary Harish Chandra Semwal) ने शासन को मिली वित्तीय अनियमितताओं की शिकायत के चलते अधिशासी अभियंता सुरेश पाल को निलंबित (Executive Engineer Suresh Pal suspended) कर दिया है.
सुरेश पाल वर्तमान में नलकूप खंड रुड़की में अधिशासी अभियंता के पद पर तैनात हैं. अधिशासी अभियंता सुरेश पाल को पद के दुरुपयोग और शासकीय कार्यों का पालन न करने तथा उच्चाधिकारियों के आदेशों की अवहेलना करने के साथ ही वित्तीय अधिकारों का दुरुपयोग करने के चलते निलंबित कर दिया गया है. प्रमुख अभियंता सिंचाई ने वित्तीय अनियमितता करने को लेकर उनकी शिकायत शासन में की थी.
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जिसके बाद शासन ने इसकी जांच बिठा दी थी, लगाए गए आरोपों को लेकर उनके खिलाफ अनुशासनिक कार्यवाही भी प्रस्तावित की. इस बात की संभावना है कि जांच के बाद उनके खिलाफ वृहद दंड दिया जा सकता है, अभी फिलहाल उनको तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. निलंबन की अवधि में सुरेश पाल प्रमुख अभियंता देहरादून के कार्यालय से संबद्ध रहेंगे.