देहरादून: सीबीएसई बोर्ड (CBSE Board) के बाद आखिरकार उत्तराखंड बोर्ड (Uttarakhand Board) की कक्षा 10वीं और 12वीं के परीक्षाफल का फॉर्मूला (Exam Result Formula) भी जारी कर दिया गया. जिसके तहत इन छात्रों को पिछली कक्षा के परिणाम के आधार पर उत्तीर्ण किया जाएगा.
10वीं के रिजल्ट का फॉर्मूला
बता दें कि शिक्षा महानिदेशक (Director General of Education) की अध्यक्षता में गठित रिजल्ट समिति (Result Committee) की ओर से जो फॉर्मूला तैयार किया गया है, उसमें कक्षा दसवीं के छात्रों का परीक्षा परिणाम (Exam Result ) कक्षा 9वीं के परीक्षा परिणाम और कक्षा दसवीं के इंटरनल एग्जाम के आधार पर तैयार किया जाएगा. इसके तहत कक्षा 9 के 75% मार्क्स को आधार बनाया जाएगा. वहीं, कक्षा 10वीं की इंटरनल परीक्षाओं (internal examinations) के भी 25% अंक परीक्षाफल में जोड़े जाएंगे.
12वीं के रिजल्ट का फॉर्मूला
वहीं, दूसरी तरफ बात कक्षा 12वीं के परिणाम की करें तो इन छात्रों का परीक्षा परिणाम (students exam result) कक्षा 10वीं और 11वीं के परीक्षा परिणाम के आधार पर बनाया जाएगा. इसके तहत दसवीं के परिणाम से 50% अंक जोड़े जाएंगे. वहीं, 11वीं की परीक्षा से 40% और 12वीं के इंटरनल परीक्षा के 10% अंक परीक्षा फल का आधार बनेंगे.
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एनएपीएसआर अध्यक्ष फॉर्मूले से संतुष्ट नहीं
नेशनल एसोसिएशन फॉर पेरेंट्स एंड स्टूडेंट राइट्स (National Association for Parents and Student Rights) (एनएपीएसआर ) के अध्यक्ष आरिफ खान उत्तराखंड बोर्ड के परीक्षाफल के फॉर्मूले से कुछ खास संतुष्ट नजर नहीं आ रहे हैं. उनके मुताबिक यह फॉर्मूला उन बच्चों के साथ बिल्कुल न्याय नहीं करेगा, जो लंबे समय से कड़ी मेहनत के साथ बोर्ड परीक्षा की तैयारियों में जुटे हुए थे. प्रदेश सरकार को परीक्षाफल के इस फॉर्मूले पर दोबारा विचार करने की जरूरत है. कई दूरस्थ क्षेत्र के छात्र ऐसे भी हैं, जो इंटरनेट कनेक्टिविटी बेहतर ना होने की वजह से ऑनलाइन पढ़ाई भी सही तरह से नहीं कर पाए.
प्रज्ञा की उम्मीदों पर फिरेगा पानी
वहीं, 10वीं की छात्रा प्रज्ञा सिंह कहती हैं कि परीक्षाफल को लेकर सरकार की ओर से जो फॉर्मूला तैयार किया गया है, वह कोरोना काल में बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए तो बिल्कुल सही है. लेकिन इस फैसले से उनकी उम्मीदों पर भी पानी फिर गया है. क्योंकि वह पिछले लंबे समय से बोर्ड परीक्षा में अच्छे परसेंटेज से पास होने की तैयारी कर रही थी.
आयुष फैसले से हैं खुश
इसी तरह 12वीं के छात्र आयुष उनियाल के मुताबिक सरकार का यह फैसला कोरोना काल में छात्रों के लिए एक बेहतरीन फैसला है. क्योंकि ऑनलाइन पढ़ाई जरूर होती रही, लेकिन ऑनलाइन पढ़ाई और स्कूल में होने वाली पढ़ाई में जमीन और आसमान का फर्क है. ऐसे में कई बच्चे बोर्ड परीक्षा की तैयारी को सही ढंग से नहीं कर पाए. जिसे देखते हुए सरकार का कक्षा 10वीं और 12वीं के बोर्ड परीक्षाफल को लेकर तैयार किया गया यह फॉर्मूला सही लगता है.
ओपन स्कूल के बच्चों के लिए बनेगा अलग फॉर्मूला
गौरतलब है कि शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने यह भी स्पष्ट किया गया है कि जो बच्चे ओपन स्कूल से कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी कर रहे थे, उन बच्चों के परीक्षाफल को लेकर अलग से फॉर्मूला तैयार किया जाएगा. जिसके लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया जा चुका है. बता दें कि उत्तराखंड बोर्ड की 12वीं कक्षा में एक लाख 23 हजार से अधिक छात्र रजिस्टर्ड हैं, जबकि 10वीं कक्षा की परीक्षा में एक लाख 48 हजार से अधिक छात्र रजिस्टर्ड हैं. किसी की छात्र को इस बार फेल नहीं किया जाएगा.