देहरादून: मार्च माह और अप्रैल के शुरुआती सप्ताह में प्रदेश में तापमान सामान्य से करीब 6 से 7 डिग्री अधिक चल रहा है. लगातार बढ़ रही तपिश से लोग बेहाल हो रहे हैं. मौसम विभाग की मानें तो प्रदेश में साल 2009 के बाद इस साल मार्च माह में सबसे कम बारिश मापी गई है. साल 2009 में भी मार्च माह में 2 मिलीमीटर से कम बारिश मापी गई थी. इस वर्ष भी 12 साल बाद मार्च में बारिश दो मिलीमीटर ही रही है.
मौसम विज्ञान केंद्र, देहरादून (Meteorological Center Dehradun) के निदेशक विक्रम सिंह (Director Vikram Singh) ने बताया कि साल 1994 में मार्च में प्रदेश में बारिश का औसत 0 रहा था. इस बार भी अभी अप्रैल माह शुरू हो गया है लेकिन अप्रैल में भी प्रदेश में तपिश से भी राहत मिलने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं. विक्रम सिंह का कहना है कि मार्च माह में बारिश औसतन 54 मिलीमीटर रहती है लेकिन इस वर्ष यह औसतन करीब -96 फीसदी कम रही है.
10 अप्रैल के बाद और चढ़ेगा पारा: उन्होंने कहा कि प्रदेश में 15 मार्च के बाद तापमान सामान्य से 6 से 7 डिग्री अधिक चल रहा है. स्थिति यह है कि बीते वर्षों के आंकड़ों पर गौर करें तो इन दिनों जो अधिकतम तापमान रहता है, वह अभी न्यूनतम में दर्ज किया जा रहा है. इन दिनों प्रदेश के मैदानी जिलों में तापमान 37 डिग्री सेल्सियस तक चल रहा है. जबकि पहाड़ी क्षेत्रों में अधिकतम तापमान 26 से 27 डिग्री सेल्सियस चल रहा है, जो कि 10 अप्रैल के बाद और बढ़ने के आसार हैं.
पढ़ें- FOREST FIRE की घटनाएं महज एक संयोग या इसके पीछे कोई बड़ी साजिश?
13 अप्रैल के बाद बारिश के आसार: विक्रम सिंह ने बताया कि 10 अप्रैल के बाद तापमान मैदानी इलाकों में 39 से 40 डिग्री तक पहुंच जाएगा. जबकि पहाड़ों में 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाएगा. हालांकि, 13 अप्रैल के बाद से पहाड़ी जिलों में हल्की बारिश की सम्भावना बनी हुई तो है. लेकिन अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी.