देहरादून: धामी मंत्रिमंडल की बैठक में देहरादून इंदिरा मार्केट रिडेवलपमेंट प्रोजेक्ट में हो रही देरी के चलते विभागीय मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने इस प्रोजेक्ट को लेकर समय बढ़ाने का प्रस्ताव रखा था. जिसके बाद कैबिनेट मंत्री खुद मौके का मुआयना करने घंटाघर मौजूद प्रोजेक्ट की साइट पर पहुंचे, जहां उन्होंने MDDA के अधिकारियों की क्लास लगाई.
15 प्रतिशत कार्य होने पर मंत्री ने जताई नाराजगी: औचक निरीक्षण के दौरान मंत्री ने पाया कि दिसंबर में हुए शिलान्यास के बाद से अभी तक केवल खुदाई का काम चल रहा है. जिससे मंत्री ने कड़ी नाराजगी जताई और अधिकारियों के साथ-साथ मौके पर प्रोजेक्ट में काम कर रहे लोगों से जवाब तलब किया. प्रोजेक्ट पर काम कर रहे लोगों ने जानकारी दी कि अभी फर्स्ट फेज में बेसमेंट के लिए डी-वॉल का कार्य पूर्ण करते हुए बेसमेंट की खुदाई का कार्य चल रहा है. वहीं, मंत्री ने परियोजना के 9 माह पूर्व शिलान्यास होने के बाद पहले चरण अंतर्गत 15 प्रतिशत ही कार्य होने पर नाराजगी व्यक्त की है.
क्या है इंदिरा मार्केट रिडेवलपमेंट प्रोजेक्ट: इंदिरा मार्केट के साथ लगा टैक्सी स्टैंड तकरीबन 16558 वर्ग मीटर में फैला है, जो कि नजूल भूमि पर बसा एक पुराना अव्यवस्थित मार्केट है. घंटाघर के पास होने की वजह से यह देहरादून के कुछ सबसे पुराने बाजारों में से एक और महत्वपूर्ण है. इस मार्केट को व्यवस्थित तरीके से रिडेवलप करने के लिए MDDA ने पूरे इंद्रा मार्केट के दुकानदारों से बातचीत कर इसे तकरीबन 242.32 करोड़ की लागत से रिडेवलप करते हुए पीपीपी मोड के तहत इंदिरा मार्केट रीडेवलप परियोजना की शुरुआत की. इस रिडेवलपमेंट प्रोजेक्ट के तहत 400 से अधिक दुकानदार लाभान्वित हो रहे हैं, जिन्हें प्रोजेक्ट के धरातल पर उतारने के बाद एक व्यवस्थित दुकान के साथ-साथ एक सुविधाजनक कॉम्प्लेक्स मिलेगा. इस प्राइज अंतर्गत दुकानों को अतिरिक्त लिफ्ट, शौचालय, पार्किंग, ग्रीन एरिया के साथ-साथ अन्य मूलभूत सुविधाओं का भी विकास किया जाना है.
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1050 वाहनों की बनाई जाएगी पार्किंग: कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया कि इसी प्रोजेक्ट के धरातल पर उतरने के बाद देहरादून के सिटी हार्ट यानी घंटाघर के आसपास की पार्किंग की समस्या से लोगों को निजात मिलेगी. उन्होंने कहा कि शहर की बढ़ती जरूरतों को ध्यान में रखते हुए तीन बेसमेंट के माध्यम से यहां 1050 वाहनों की पार्किंग भी बनाई जाएगी. निरीक्षण के दौरान मौके पर एमडीडीए वीसी बंशीधर तिवारी, MDDA सचिव मोहन बर्निया, इस प्रोजेक्ट के मैनेजर अमन सैनी सहित कार्यदाई संस्था के तमाम अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे.
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